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बच्चे कर रहे है चाइल्ड हेल्पलाइन पर पैरेंट्स की शिकायत:पापा ने प्ले स्टेशन गेम खरीदकर देने का वादा पूरा नहीं किया अब उन्हें झूठ बाेलने के लिए जेल कैसे भेजें

छोटी-छोटी बातों पर पैरेंट्स से नाराज बच्चे चाइल्ड हेल्पलाइन-1098 पर लगा रहे फोन, रोज पहुंच रहे 10 कॉल। - Dainik Bhaskar

छोटी-छोटी बातों पर पैरेंट्स से नाराज बच्चे चाइल्ड हेल्पलाइन-1098 पर लगा रहे फोन, रोज पहुंच रहे 10 कॉल।

पापा ने परीक्षा में पास होने के बाद कहा था कि वह प्ले स्टेशन गेम खरीदकर देंगे। पापा ने वादा पूरा नहीं किया। अब उनकी शिकायत पुलिस में कैसे करें और उन्हें झूठ बाेलने के लिए जेल कैसे भेजें। कुछ इस तरह के कॉल चाइल्ड लाइन हेल्पलाइन-1098 पर पहुंच रहे हैं।

चाइल्ड लाइन की काउंसलर राशि असवानी ने जब बच्चे की शिकायत पर पैरेंट्स से बात की पता चला कि कोरोना संक्रमण के कारण नौकरी छूटने से वे बच्चे को 48 हजार रुपए का वर्चुअल वीडियो गेम नहीं दिला पाए। इस वजह से नाराज बच्चे ने चाइल्ड लाइन फोन लगाकर शिकायत कर दी। यह अकेला बच्चा नहीं है। चाइल्ड लाइन में अब रोज 8 से 10 फोन पहुंचते हैं। इनमें लड़कियां ज्यादा कॉल करती हैं।

जागरूक हो रहे बच्चे, इससे बड़ी दुर्घटना बच जाती है

भोपाल की किशोर विशेष पुलिस इकाई (एसजेपीयू) और बाल आयोग द्वारा 1098 नंबर के लिए चलाए जा रहे अभियान का असर अब बच्चों में दिखाई देने लगा है। चाइल्ड लाइन की डायरेक्टर अर्चना सहाय का कहना है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि बच्चे छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर कॉल कर रहे हैं। वह जागरूक हो रहे हैं। जब उनके साथ कोई घटना होती है तो वे कॉल करके अपनी समस्या बताते हैं। इसकी वजह से बड़ी दुर्घटना होने से बच जाती है।

दो मामले- बातों-बातों में बच्चियों ने बताईं कुछ जरूरी बातें

बच्ची को घर में अकेला छोड़कर ताला लगा देते थे

चाइल्ड लाइन में एक बच्ची अक्सर फोन करती। बातों-बातों में उसने बताया कि उसके मम्मी-पापा सरकारी नौकरी में हैं। वे उसे घर में अकेला छोड़कर ताला लगाकर जाते हैं। बच्ची बोरियत दूर करने चाइल्ड लाइन फोन करती थी। मामले में पैरेंट की काउंसलिंग की गई। अब दादा-दादी उसके साथ रहने लगे हैं।

मम्मी के जाते ही पड़ोस के अंकल घर आ जाते हैं

एक 12 वर्षीय बच्ची ने एक दिन बातों-बातों में बताया कि उसके पड़ोस के अंकल जो पहले कभी नहीं आते थे, मम्मी के बाहर जाते ही आ जाते हैं। वह उसे छूने की कोशिश करते हैं, उसे अच्छा नहीं लगता। बच्ची की मां से बात की। मां ने इस पूरे मामले को बेहतर तरीके से संभाला और अंकल का घर आना-जाना बंद हो गया।

सिर्फ बच्चे ही नहीं, शिकायत करने के लिए पैरेंट भी करते हैं कॉल

सहाय ने बताया कि उनके यहां सिर्फ बच्चे ही नहीं उनके पैरेंट्स भी कॉल करके अपने बच्चों की बिहेवियर प्रॉब्लम की शिकायत करते हैं। ऐसे में बच्चे और पैरेंट्स को कॉल करके टीटी नंबर स्थित चाइल्ड लाइन में बुलाकर काउंसलिंग और फॉलोअप लिया जाता है।

कॉल करके इस तरह की शिकायत करते हैं

  • बच्चों के बिहेवियर प्रॉब्लम की।
  • भीख मांगने वाले बच्चों के संबंध में।
  • बच्चों के साथ मारपीट की।
  • लड़कियां करती हैं सेक्सुअल अब्यूज की।
  • पढ़ाई संबंधी शिकायतीं।
  • व्यक्तिगत समस्या संबंधी।

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