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भोपाल चैंबर के चुनाव फिर सुर्खियों में:वोटिंग की तारीख तय होने से पहले अध्यक्ष ने सचिव को हटाया, कहा- दस्तावेज-सामग्री दें; चुनाव अधिकारी मीटिंग पर अड़े

 

भोपाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस - Dainik Bhaskar
भोपाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस

राजधानी के प्रतिष्ठित भोपाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के चुनाव एक बार फिर सुर्खियों में हैं। पहले दो बार टल चुके चुनाव की वोटिंग की तारीख तय करने के लिए चुनाव अधिकारी एवं सचिव मुकेश सेन ने 23 अक्टूबर को सभी 55 प्रत्याशियों की मीटिंग बुलाई है। इधर, मीटिंग होने के करीब 18 घंटे पहले अध्यक्ष ललित जैन ने सेन को पद से हटाने का लैटर जारी कर दिया। जिसमें कहा गया है कि सेन दस्तावेज और सामग्री जमा कराएं। हालांकि, चुनाव अधिकारी मीटिंग कराने पर अड़े हैं।

चुनाव अधिकारी सेन का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश पर चुनाव कराए जा रहे हैं। इस संबंध में एमपी नगर में शनिवार को मीटिंग रखी गई है। सभी 55 प्रत्याशियों को मीटिंग में बुलाया गया है। सर्व-सम्मति से वोटिंग की तारीख तय की जाएगी।

कोरोना और झगड़े की वजह से दो बार टले चुनाव

कोरोना और झगड़े की वजह से दो बार चुनाव टाले जा चुके हैं। चैंबर के चुनाव पहले 29 अगस्त को प्रस्तावित थे, लेकिन 26 अगस्त को बैरागढ़/शाहजहांनाबाद SDM मनोज उपाध्याय ने कोरोना प्रतिबंधों का हवाला देते हुए वोटिंग पर रोक लगा दी थी। हालांकि, चैंबर ने जिला प्रशासन को लिखकर दिया था कि वोटिंग के दौरान कोरोना की गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। इसके बाद प्रशासन ने वोटिंग कराने की हामी भरी और चुनाव अधिकारी सेन ने वोटिंग की तारीख 12 सितंबर तय कर दी थी।

वोटिंग से पहले 8 सितंबर को चैंबर के कोहेफिजा स्थित ऑफिस में जमकर हंगामा हुआ था। एक-दूसरे पर कुर्सियां तक फेंक दी गई थीं। विवाद के बाद चुनाव अधिकारी सेन ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद चुनाव फिर टल गए थे। हालांकि, हंगामे और इस्तीफे की लड़ाई थाने तक पहुंच गई थी। चुनाव अधिकारी सेन ने दवाब बनाकर इस्तीफा लेने के आरोप लगाए थे। वहीं, कोहेफिजा थाने में अध्यक्ष जैन व अन्य पर केस दर्ज कराया था। दूसरे धड़े ने सेन के विरुद्ध भी शिकायत की थी।

कोर्ट तक पहुंचा मामला

चुनाव टाले जाने पर कुछ व्यापारियों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। चुनाव अधिकारी सेन का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद ही फिर से चुनावी प्रक्रिया कराई जा रही है। हटाए जाने के सवाल पर कहा कि संस्था के चुनाव अधिकारी को इस तरह से नहीं हटाया जा सकता। मीटिंग होगी।

4 पैनल के बीच मुकाबला

प्रस्तावित चुनाव में परिवर्तन, सद्भावना, प्रगतिशील एवं व्यापारी का साथ, सबका विकास पैनल के 55 प्रत्याशी मैदान में है। वे 24 पदों के लिए चुनाव लड़ रहे थे। इनमें अध्यक्ष समेत 3 उपाध्यक्ष, 1 महामंत्री, 2 मंत्री, 1 कोषाध्यक्ष, 1 सह-कोषाध्यक्ष और 15 कार्यकारिणी शामिल हैं। हालांकि परिवर्तन, सद्भावना एवं प्रगतिशील पैनल के बीच मुख्य मुकाबला था।

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