भय्यू महाराज खुदकुशी केस को तीन साल हो गए। इन तीन सालों में भय्यू महाराज की दूसरी पत्नी आयुषी और बेटी कुहू में दूरियां बढ़ती जा रही हैं। शुक्रवार को भय्यू महाराज के सुखलिया स्थित सद्गुरु धार्मिक एवं परमार्थिक ट्रस्ट में गुरु पूर्णिमा का कार्यक्रम आयुषी ने कराया। कार्यक्रम में औरंगाबाद से आए शिवसेना विधायक अम्बादास दानवे तक शामिल हुए। इस आयोजन में कुहू नहीं आई।
उधर कुहू ने कोरोना योद्धाओं का किया सम्मान
कुहू ने महासिध्दपीठ ऋषि संकुल, खामगांव (बुलढाणा) एक कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें कुहू द्वारा कोरोना योद्धाओं का सम्मान किया गया। खास बात यह कि महाराज के महाराष्ट्र में रहने वाले हजारों अनुयायी जो पहले इंदौर आते थे अब अधिकांश महाराष्ट्र में ही आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होते हैं।
दोनों के बीच भय्यू महाराज की करोड़ों की प्रॉपर्टी को लेकर मनमुटाव है। कुहू अपने वकील के जरिए अखबारों में एड तक दे चुकी है कि पिता की प्रॉपर्टी पर उसका अधिकार है। सौतेली मां आयुषी और बेटी कुहू के बीच यूं तो दो साल से मनमुटाव है, लेकिन यह झगड़ा दो महीने पहले तब खुलकर सामने आ गया, जब महाराज की मां कुमुदिनी का निधन हो गया। महाराष्ट्र से आई कुहू मुक्तिधाम में दादी को मुखाग्नि देने के लिए आगे बड़ी तो आयुषी ने उसे रोक दिया। आयुषी ने खुद मुखाग्नि दी। तब कुहू ने कहा था कि दादी ने ही उसे पाल-पोसकर बड़ा किया है। उसे दादी का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया गया।
भय्यू महाराज की करोड़ों की प्रॉपर्टी
- भय्यू महाराज के सिल्वर स्प्रिंग में दो बंगले हैं। एक में कुहू आकर रुकती थी। ये दोनों बंगले किराए से दिए गए हैं। इसके बाद जब भी कुहू का इंदौर आना हुआ तो वह होटल में ही ठहरी। ट्रस्ट के नजदीकी लोगों के मुताबिक महाराज की इंदौर में करोड़ों की प्रॉपर्टी है।
- सुखलिया स्थित सूर्योदय आश्रम, विजय नगर क्षेत्र में ट्रस्ट का ऑफिस, सुपर कॉरिडोर क्षेत्र में बेशकीमती जमीन, स्कीम 74 शिवनेरी बंगला व बायपास स्थित सिल्वर स्प्रिंग में दो बड़े बंगले, लक्जरी गाड़ियां, जेवरात आदि हैं। इसी तरह शुजालपुर में दो मकान, खेती की जमीने हैं।
- इसके अलावा महाराष्ट्र के खामगांव, अकोला, औरंगाबाद, पूणे आदि स्थानों पर ट्रस्ट, आश्रम व बैंक खाते हैं।
आश्रम में अब सिर्फ एक कर्मचारी
इंदौर के सूर्योदय आश्रम में जहां पहले 50 लोगों का स्टाफ था, अब केवल एक ही कर्मचारी है। ट्रस्ट का ऑफिस भी बंद कर दिया गया है। कुछ महीने पहले बाजार में महाराज की इंदौर की प्रॉपर्टी बेचने की तैयारी की चर्चाएं चलीं, तो उनके महाराष्ट्र और इंदौर में रहने वाले अनुयायियों में हलचल तेज हो गई।
कुहू ही एकमात्र उत्तराधिकारी: वकील
कुहू की वकील प्रियंका राणे पाटिल (महाराष्ट्र) ने बताया कि पिछले साल हमें पता चला कि महाराज की कुछ प्रॉपर्टी के सौदे हो रहे हैं तो अखबारों में एड जारी किया। प्रॉपर्टी पर कुहू का ही अधिकार है। वही एकमात्र उत्तराधिकारी है। कोई भी व्यक्ति या संस्था महाराज की चल-अचल संपत्ति को लेकर किसी प्रकार का सौदा नहीं कर सकता। महाराज के निधन के दौरान कुहू छोटी थी, इसलिए उसे खुद पिता की प्रॉपर्टी कहां-कहां है, इसकी जानकारी नहीं है। अब काफी कुछ जानकारी जुटा ली गई है।
दोनों एक-दूसरे का सामना नहीं करना चाहतीं
महाराज के निधन के बाद आयुषी और कुहू एक-दो मौकों पर जरूर साथ में देखी गईं, लेकिन दोनों के रिश्ते में अब खटास ज्यादा बढ़ गई है। कोर्ट सुनवाई में भी जब कुहू का इंदौर आना होता था, तो आयुषी नहीं रहती थी।
0 टिप्पणियाँ