शहर प्रदेश के गृह मंत्री और मुख्यमंत्री के दौरे के कारण इंदौर-बेटमा हाईवे पर हुए सामूहिक दुष्कर्म के जिस मामले को पुलिस सात दिन तक दबाए बैठी थी, अब उसी मामले में एक आरोपी को पकड़ने के बाद अधिकारी 11 दिन तक 16-16 घंटे काम कर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं और केस की जांच को रोल मॉडल बता रहे हैं, जबकि दो आरोपी अब भी फरार हैं।
महू एएसपी पुनीत गहलोत के अनुसार, 3 जुलाई की रात बेटमा की मानसिक बीमार युवती से दुष्कर्म करने के आरोप में जौनपुर (यूपी) के रहने वाले 24 वर्षीय ट्रक ड्राइवर विजय गुप्ता को गिरफ्तार किया है।एसडीओपी नीलम कन्नौज और टीआई संजय शर्मा की टीम ने 4 जुलाई से 15 जुलाई तक 16-16 घंटे वर्किंग की।
इस दौरान सागौर रोड से लेकर नावदा पंथ तक 70 कैमरे खंगाले। 250 से ज्यादा राहगीर, चाय-पान की गुमटी, रिक्शा वालों से पूछताछ की, तभी पुलिस को नावदा पंथ के आगे पेट्रोल पंप के कैमरे में युवती अर्धनग्न हालत में दिखी। उसके पीछे एक युवक बनियान पहने जाते दिखा। पंप वालों ने बताया कि इस युवक का अपने साथी से झगड़ा हो गया था।
इसके सिर में चोट आई थी। उसने पंप के फोन से अपने मालिक से बात कर पुलिस को फोन किया था। अस्पताल में मरहम पट्टी भी कराई थी। इसके बाद पुलिस अस्पताल पहुंची तो वहां ड्राइवर का नाम विजय गुप्ता पता चला। वह तब तक एक ट्रक लेकर गुजरात जा चुका था। उसकी तलाश में टीम भेजी गई। लौटते वक्त वह छोटा उदय नगर में पकड़ लिया गया। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने युवती से दुष्कर्म करना कबूल लिया है।
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