महाराष्ट्र और कर्नाटक में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने वहां से आने वाले हर यात्री की जांच करने को कहा था, इसके बावजूद इंदौर एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर स्क्रीनिंग नहीं की जा रही। जब शहर में कोरोना की आमद भी नहीं हुई थी, तब सबसे पहले एयरपोर्ट पर डॉक्टरों की टीम तैनात कर दी गई थी।
जनवरी से ही उन यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही थी जो विदेश से यात्रा कर यहां आए थे। जब कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आई, तब भी महाराष्ट्र से आने वाली बसों पर रोक लगा दी गई। एयरपोर्ट के रास्ते इंदौर पहुंचने वालों की स्क्रीनिंग की गई। आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य कर दी गई। लेकिन जून से अब जांच बंद है, जबकि जिले में रोज आठ से दस हजार सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं।
रैंडमली सैंपल लिए जा रहे हैं
इस बारे में स्वास्थ्य विभाग के डॉ. अमित मालाकार ने कहा कि एयरपोर्ट पर आरटीपीसीआर जांच की व्यवस्था एयरपोर्ट प्रबंधन ने कराई थी। हमने आरआरटी टीमों को निर्देश दिए हैं कि वे चाहें तो एयरपोर्ट के बाहर यात्रियों के सैंपल्स ले सकती हैं। जहां तक बस अड्डा या हवाई अड्डे की बात है तो रैंडमली वहां से सैंपल लिए जा रहे हैं।
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