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माहेश्वरी विद्यालय ट्रस्ट का निर्णय:परिवार में कोई कोरोना से भर्ती तो छात्र की 50% फीस माफ

 

कोरोना की दूसरी लहर का शिकार कई परिवार हुए हैं। उनका इलाज आदि में काफी खर्च हुआ है। इससे परिवार की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई और वे अपने बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाने में असमर्थ नजर आ रहे हैं। इसी को देखते हुए माहेश्वरी विद्यालय ट्रस्ट ने अनुकरणीय निर्णय लिया है।

ट्रस्ट ने तय किया कि वह अपने संस्थानों में पढ़ने वाले 5 हजार बच्चों के परिवार में से कोई भी व्यक्ति कोरोना के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हुआ है तो बच्चे के शिक्षण शुल्क का 50 प्रतिशत ट्रस्ट माफ कर देगा। इसी प्रकार माहेश्वरी छात्रावास की छात्राओं को भी किराए में 50 प्रतिशत रियायत दी जाएगी।

ट्रस्ट के पांच संस्थान, इनमें नर्सरी से कॉलेज तक पांच हजार से ज्यादा विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं

माहेश्वरी विद्यालय ट्रस्ट के अध्यक्ष अशोक डागा और मंत्री पवन लढ्ढा ने बताया कि ट्रस्ट नर्सरी से लेकर कॉलेज तक के पांच शिक्षण संस्थान का संचालन कर रहा है, जिनमें लगभग पांच हजार विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं।

इनमें नर्सरी से लेकर कॉलेज तक की पढ़ाई एक ही परिसर में कराई जाती है। सभी संस्थानों में अधिकांश विद्यार्थी मध्यमवर्गीय परिवार से हैं। कोरोना काल में मदद को लेकर ट्रस्ट द्वारा बुलाई बैठक में सभी संस्थान के अध्यक्ष घनश्याम झंवर, अजय सोडानी, संतोष मुछाल, पंकज सोनी, अनिल झंवर के साथ सभी पदाधिकारियों ने यह निर्णय लिया है। माहेश्वरी छात्रावास में 50 प्रतिशत रियायत किराए में दी जाएगी।
मुखिया की मौत पर अधिक सहायता के लिए बनी कमेटी

ट्रस्ट के अध्यक्ष डागा ने बताया यह छूट संस्थानों में पढ़ने वाले सभी विद्यार्थियों के लिए रहेगी। यदि किसी परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होगी व परिवार चलाने वाले व्यक्ति की मृत्यु हो गई तो उसे और अधिक सहायता के लिए 5 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। इसमें नितिन माहेश्वरी, देवेंद्र बाहेती, सीए मनीष लढ्ढा, भगवानदास भट्टर, रामविलास राठी शामिल हैं। पीड़ित छात्रों को और विशेष रियायत ट्रस्ट की ओर से दी जाएगी।


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