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CM से मिले सिलावट:एमवायएच को बनाएंगे मॉडल अस्पताल, ट्रैफिक सुधारने के लिए इंदौर को मिलेंगे 2831 जवान

 

महाराजा यशवंतराव हॉस्पिटल (एमवायएच) को आधुनिक स्वरूप प्रदान कर मॉडल अस्पताल बनाने के लिए बुधवार को जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से मिले। सीएम ने उनसे कहा कि रोजाना पांच हजार से अधिक गरीब मरीजों को इलाज उपलब्ध कराने वाले अस्पताल के आधुनिकीकरण के लिए जरूरी चीजें मुहैया कराएंगे।

सिलावट ने एमवायएच को आदर्श अस्पताल बनाने और स्कूल ऑफ एक्सीलेंस फॉर आई के निर्माण को गति देने की मांग की थी। पहले इस इंस्टिट्यूट को मेडिकल यूनिवर्सिटी आर्थिक मदद करने वाली थी, लेकिन 10 करोड़ रुपए देने के बाद उन्होंने फंड देने में असमर्थता जताई। इस पर जल संसाधन मंत्री ने इस मुद्दे को फिर से उठाया। उन्होंने कहा कि एमवायएच में आने वाले गरीब मरीजों को विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं मिलना चाहिए।

उन्होंने शासकीय कैंसर अस्पताल इंदौर में भी रेडियो थेरेपी की आधुनिक मशीन लीनियर-एक्सलरेटर स्थापित करने की जरूरत बताई। वे बोले कि नए विभाग जैसे इमरजेंसी मेडिसिन, फिजिकल मेडिसिन में तब्दील करना जरूरी है। एक्सीडेंट प्रकरणों को देखते हुए नवीन 200 बिस्तरों का ट्रामा सेंटर एवं इमरजेंसी सेंटर स्थापित होना चाहिए।

मरीजों को मिले ऑनलाइन अपॉइंटमेंट

चर्चा में मरीजों को ऑनलाइन अपॉइंटमेंट की व्यवस्था व रिकॉर्ड रखरखाव के लिए ई-हॉस्पिटल व ई-ऑफिस व्यवस्था को पुख्ता करने की बात भी उठी। इसके अलावा जॉइंट रिप्लेसमेंट, आर्थोस्कोपी, स्पाइन सर्जरी व स्पोर्ट्स इंजरी सर्जरी के साथ-साथ इंटोक्राइन मेडिसिन व सर्जरी के उपचार की व्यवस्था भी की जाए। गौरतलब है कि स्कूल ऑफ एक्सीलेंस फॉर आई को शल्य चिकित्सा के उत्कृष्ट केंद्र के रूप में निर्मित हो रहा है। गरीब नागरिक बिना किसी खर्च के उच्च कोटि के उपकरणों से लैस सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। यहां वार्षिक दस हजार शल्य क्रिया का लक्ष्य है।

177 स्थानों पर 570 सीसीटीवी और 50 जगह पर एएनपीआर कैमरे लगाए जाएंगे

इंदौर | इंदौर का ट्रैफिक सुधारने के लिए भी जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और अवर मुख्य सचिव राजेश राजौरा से चर्चा की। सिलावट ने कहा 2011 में 852 जवानों की स्वीकृति मिली थी। अब इससे तीन गुना चाहिए। वर्तमान में सिर्फ 500 जवानों का बल है। वर्ष 2021 के मानदंड के आधार पर शहर में 2831 यातायात जवानों की जरूरत है।

सिलावट ने कहा वर्तमान में इंदौर की सड़कों पर 23 लाख वाहन दौड़ रहे हैं। वाहन घनत्व के मान से शहर देशभर में पहले स्थान पर है। यातायात प्रबंधन एवं रोड सेफ्टी के लिहाज से शहर में यातायात पुलिस बल में बढ़ोतरी की जरूरत है। शहर के भीड़-भाड़ वाले तथा संवेदनशील इलाकों के 177 स्थानों पर 570 सीसीटीवी कैमरे तथा 50 स्थानों पर एएनपीआर कैमरे भी लगाए जाएंगे।

इस पर भी हुई चर्चा

  • ऑटोमैटिक सिग्नल के सिंक्रोनाइजेशन का काम जरूरी है। इसके लिए सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराना चाहिए।
  • जिले को 50 नए आधुनिक ई-चालान डिवाइस उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
  • थानों में जब्त वाहनों के लिए शासन स्तर पर यार्ड बनाए जाना चाहिए। शहर में साइबर फॉरेंसिक लैब की स्थापना की जाना चाहिए।
  • अब ये भी होगा
  • अगर रफ्तार या नशे के कारण एक्सीडेंट हुआ और किसी की जान गई तो गैर इरादतन हत्या का केस होगा।
  • एक साल के लिए बनेगा इंदौर का ट्रैफिक प्लान, बेलगाम रफ़्तार पर लाइसेंस निरस्त होंगे।

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