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नए साल में 14 जनवरी को मकर संक्रांति से उत्तराखंड के हरिद्वार में शुरू होने जा रहे महाकुंभ



  • कोरोना काल में जो श्रद्धालु नहीं जा सकेंगे, वे गंगा के जल से घरों में ही कर सकेंगे स्नान

  • एक हजार से ज्यादा कार्यकर्ता बांटेंगे गंगाजल, 5 जनवरी से होगी अभियान की शुरुआत



नए साल में 14 जनवरी को मकर संक्रांति से उत्तराखंड के हरिद्वार में शुरू होने जा रहे महाकुंभ में इस बार कोरोना संक्रमण के चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का जाना संभव नहीं होगा। स्थानीय प्रशासन द्वारा वहां प्रमुख व शाही स्नान की तिथियों में सीमित संख्या में ही श्रद्धालुओं को घाटों पर प्रवेश की अनुमति मिलेगी।


पहले की तरह कुंभ में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ इस बार नजर नहीं आएगी। ऐसी स्थिति में गायत्री परिवार ने एक अभिनव योजना तैयार की है, जिसका शुभारंभ 5 जनवरी को इंदौर में किया जाएगा। इस योजना का नाम है आपके द्वार हरिद्वार। इसके तहत इंदौर व ग्रामीण क्षेत्रों में गंगाजल कलश घर-घर पहुंचाए जाएंगे, ताकि लोग पवित्र स्नान की तिथियों में इस जल से पुण्य लाभ ले सकें।

कार्यकर्ता लोगों को कहेंगे- आपके घर गंगा मइया आई हैं शराब, तंबाकू का नशा छोड़ें


गायत्री परिवार के शांतिकुंज हरिद्वार के स्वर्ण जयंती वर्ष के मौके पर परिवार के प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या व शैलबाला पण्ड्या के निर्देश पर मकर संक्रांति के पूर्व शांतिकुंज हरिद्वार से गंगाजल कलश लेकर कई टोलियां इंदौर सहित पूरे देश में निकलेंगी।


गायत्री परिवार ट्रस्ट, केसरबाग के मुख्य प्रबंधक ट्रस्टी सजल तिवारी ने बताया कुंभ 27 अप्रैल तक चलेगा। हरिद्वार में ही गायत्री परिवार का मुख्यालय है, जहां से मप्र समेत कई राज्यों में छोटे-छोटे गंगाजल कलश भेजे जाएंगे। इंदौर व ग्रामीण क्षेत्रों में एक हजार से ज्यादा कार्यकर्ताओं द्वारा 25 हजार 100 घरों में गंगाजल कलश की स्थापना की जाएगी। साथ ही गोपालन व संरक्षण, सरोवर संरक्षण की शिक्षा दी जाएगी। घरों के सदस्यों को बताएंगे कि आपके घर गंगा मइया आई हैं तो महापर्व पर शराब, तंबाकू आदि नशे को त्याग दें।


कोरोना संक्रमण फैलने से रोकना उद्देश्य
उपजोन प्रभारी श्रीकृष्ण शर्मा ने बताया हम घर-घर जाकर श्रद्धालुओं को प्रेरित करेंगे कि आप हरिद्वार जाने के बजाय घरों में गंगाजल से स्नान करें, जिससे कोरोना संक्रमण को फैलने से बचाया जा सके। घरों को मंदिर की तरह पवित्र एवं मन-मस्तिष्क को कुविचारों व दुर्भावनाओं से मुक्त करें। गंगाजल की शीशियों का हरिद्वार बाटलिंग इकाई द्वारा निर्माण किया जा रहा है। इस पर स्टीकर लगा होगा, जिसमें लिखा होगा हर-हर गंगे, घर-घर गंगे, आपके द्वार पहुंचा हरिद्वार। गायत्री परिवार द्वारा लोगों को यज्ञ का महत्व भी बताया जाएगा।


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