Header Ads Widget

Responsive Advertisement

उज्जैन, इंदाैर और कुक्षी में 20 से अधिक अपराधाें में लिप्त एक शातिर अपराधी काे कुक्षी पुलिस ने गिरफ्तार किया


आरोपी



  • कुक्षी में केबल कंपनी के साथ 37 लाख की धाेखाधड़ी के साथ उज्जैन, इंदाैर में 20 से अधिक अपराध दर्ज



उज्जैन, इंदाैर और कुक्षी में 20 से अधिक अपराधाें में लिप्त एक शातिर अपराधी काे कुक्षी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अपराधी काे इंदाैर के नूरानी नगर से टाॅवर लाेकेशन के आधार पर पकड़कर रविवार काे कुक्षी लाया गया है। उसने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर कुक्षी में केबल कंपनी के साथ 37 लाख रुपए की धाेखाधड़ी की थी।


कुक्षी टीआई कमलिसंह गेहलाेत के अनुसार डिजीटल केबल कंपनी एसीएन की ओर से 3 नवंबर काे इस संबंध में आवेदन दिया गया था। जांच के बाद 14 नवंबर काे उज्जैन के सूचीबद्ध बदमाश उमर पिता इब्राइम खान 40 साल निवासी गरीब नवाज काॅलाेनी उज्जैन और कुक्षी के पुष्पेंद्र गुप्ता के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया था।


पुष्पेंद्र काे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। आराेपी उमर फरार था। पुलिस लगातार उसकी सर्चिंग कर रही थी। उसकी माेबाइल टाॅवर लाेकेशन दाे-तीन दिन से इंदाैर के नूरानी नगर में आ रही थी। रविवार काे टीम भेजकर उसे वहां से गिरफ्तार किया गया है। उससे मामले में पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।


सेट टाॅप बाॅक्स में 37 लाख की धाेखाधड़ी की


कुक्षी में पहले स्थानीय डिजीटल केबल संचालित करने वाली दाे कंपनियां बदल गई थी। बाद में एसीएन कंपनी ने यहां कामकाज शुरू किया था। केबल संचालित करने के लिए कंपनी की ओर से सेट टाॅप बाक्स दिए गए थे। आराेपी ने इसके पैसे कंपनी काे जमा नहीं कराए और अमानत में खयानत की। टीआई गेहलाेत के अनुसार उज्जैन के महाकाल थाने में भी शनिवार काे ही एक धाेखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।


उस पर उज्जैन के माधव नगर थाने में बलवा, धाेखाधड़ी, जीवाजीगंज थाने में प्राणघातक हमले सहित उज्जैन और इंदाैर के विभिन्न थानाें में मारपीट और धाेखाधड़ी के केस दर्ज हैं। उसका 1999 से अपराधिक रिकाॅर्ड है। उस पर विभिन्न मामलाें में कुल 1 कराेड़ 40 लाख रुपए की धाेखाधड़ी के आराेप हैं।


आरोपी से अन्य मामलाें पूछताछ की जाएगी


आराेपी उमर खान काे लेकर पुलिस देर शाम काे कुक्षी पहुंची है। उससे अन्य मामलाें में भी पूछताछ की जाएगी। उज्जैन पुलिस काे भी इसकी सूचना दी गई है। अधिकांश मामले उज्जैन के हैं।’


-कमलसिंह गेहलाेत, टीआई कुक्षी


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ