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राम जन्मभूमि परिसर में पत्थरों को ले जाने का काम शुरू हो चुका है. 


अयोध्या में 5 अगस्त को पीएम मोदी के द्वारा भूमि पूजन किए जाने के बाद राम मंदिर निर्माण का काम काफी तेज हो चुका है. ताजा जानकारी के मुताबिक राम जन्मभूमि परिसर में पत्थरों को ले जाने का काम भी शुरू हो चुका है. 


बताया जा रहा है कि वैदिक रीति-रिवाज से पूजन के बाद पत्थरों को ले जाने का काम शुरू किया गया है. एल एंड टी कंपनी की मशीनों द्वारा पत्थरों को ले जाने का काम किया जा रहा है. राम मंदिर के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले भारी-भरकम पत्थरों को ले जाने के लिए क्रेन मशीन और ट्रक लगाए गए हैं.


श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने भी इस बात की पुष्टि की है. शुक्रवार शाम को ट्रस्ट के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से यह जानकारी शेयर की गई है. ट्रस्ट के ट्वीट में लिखा गया है, "श्री रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण हेतु तराशे गए पत्थरों को कार्यशाला से मंदिर परिसर में स्थानांतरित करने का कार्य प्रारंभ हो गया है. इन्हीं पत्थरों से भव्य और दिव्य श्री रामजन्मभूमि मंदिर का निर्माण किया जाएगा."


हो रहा है भव्य मंदिर का निर्माण


आपको बता दें कि राम मंदिर निर्माण की रूपरेखा पर 18 जुलाई को श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की अहम बैठक हुई थी. बैठक में कई मसलों पर अहम चर्चा हुई थी. राम मंदिर की भव्यता बढ़ाने के लिए भी कुछ बदलाव किए गए थे. अब भगवान राम का मंदिर और अधिक ऊंचा व भव्य होगा.


अब राम मंदिर की ऊंचाई, चौड़ाई और लंबाई तीनों ही बढ़ा दी गई है. इसके साथ ही राम मंदिर अब दो मंजिल की जगह तीन मंजिल का होगा. पुराने मॉडल के हिसाब से मंदिर की लंबाई 268 फीट 5 इंच थी जो अब 280 से 300 फीट होगी. वहीं, नए मॉडल में मंदिर की चौड़ाई बढ़कर 272-280 फीट के आसपास होगी जो पहले 140 फीट थी.


इसके अलावा मंदिर की ऊंचाई 128 फीट से बढ़कर 161 फीट होगी. ऊंचाई में 33 फीट की वृद्धि होने से एक और मंजिल बढ़ाई जा रही है. इसके अलावा तीन गुंबद की जगह नये नक्शे में पांच गुंबद रखे गए हैं. दो मंजिल की जगह अब राम मंदिर तीन मंजिला होगा. पूरे मंदिर में 318 स्तंभ होंगे और हर तल पर 106 स्तंभ बनाए जाएंगे.


हालांकि, मंदिर का बुनियादी स्वरूप वही रखा गया है जैसा प्रस्तावित मॉडल में था. गर्भगृह और सिंहद्वार के नक्शे में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है. राम मंदिर का अग्रभाग, सिंहद्वार, नृत्य मंडप और रंग मंडप को छोड़कर बाकी सभी हिस्से का नक्शा बदला गया है.


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