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गृह मंत्री अमित शाह ने आदेश दिए हैं कि कोरोना से मौत के संदिग्ध मामलों में शवों को तुरंत ही परिवारों को सौंप दिया जाए

दिल्ली में कोरोनावायरस से संक्रमण के मामले 41 हजार के पार पहुंच चुके हैं. राजधानी में अभी तक 1327 मरीज इस बीमारी के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं.



दिल्ली में कोरोना वायरस की स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है. राजधानी में महामारी से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं और मरीजों की जान भी जा रही है. इन सबके बीच शवों को संभालने का मुद्दा भी गर्माया हुआ है. ऐसे में गृह मंत्री अमित शाह ने आदेश दिए हैं कि कोरोना से मौत के संदिग्ध मामलों में शवों को तुरंत ही परिवारों को सौंप दिया जाए.


अमिता शाह और केजरीवाल की बैठक के बाद फैसले


गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार 14 जून को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप राज्यपाल अनिल बैजल, स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन और दिल्ली के तीनों मेयरों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की थी, जिसमें राजधानी में कोरोना से निपटने को लेकर कई फैसले लिए गए.


गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट कर जानकारी दी कि संदिग्ध मामलों में टेस्ट रिजल्ट का इंतजार किए बिना ही परिजनों को शव सौंपने का आदेश दिया गया है.


आदेश में कहा गया है, “गृह मंत्री अमित शाह के आदेश को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने निर्देश दिया है कि कोरोना संदिग्धों के शव लैब से पुष्टि का इंतजार किए बिना तुरंत ही परिजनों को सौंपा जाए; साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय की 15 मार्च को जारी गाइडलाइन का ध्यान रखते हुए ही शवों का अंतिम संस्कार किया जाए.”


डॉक्टरों की 3 टीम का भी गठन


इसके साथ ही राजधानी में चार-चार डॉक्टरों की तीन टीमें गठित की गई हैं, जिनमें AIIMS, दिल्ली सरकार, स्वास्थ्य मंत्रालय और स्वास्थ्य सेवा निदेशालय के डॉक्टर रहेंगे. ये टीमें राजधानी में कोरोना के लिए निर्धारित अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेगी.


इसके अलावा AIIMS दिल्ली में एक हेल्पलाइन- कोविड-19 नेशनल टेलीकंसल्टेशन सेंटर (CoNTec AIIMS) भी बनाई गई है, जिसमें कॉल कर लोग ओपीडी अप्वाइंटमेंट ले सकते हैं. इसका नंबर है- 9115444155.


 


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