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विनायक, शरद और पलक से प्रताड़ित थे भय्यू महाराज, इसीलिए की आत्महत्या


इंदौर। Bhaiyyu Maharaj Suicide Case करीब डेढ़ साल पहले 12 जून 2018 को भय्यू महाराज ने आत्महत्या की थी। मामले में बुधवार से सत्र न्यायालय में गवाहों के बयान शुरू हुए। पहली गवाह के रूप में भय्यू महाराज की बड़ी बहन मधुमिता ने बयान हुए। उन्होंने न्यायालय में कहा कि महाराज को विनायक, शरद और पलक प्रताड़ित करते थे। इन आरोपितों की वजह से ही घटना हुई है। आरोपितों की तरफ से गवाह का प्रति परीक्षण पूरा नहीं हो सका। मामले में गुरुवार को भी सुनवाई जारी रहेगी। इस दिन महाराज की छोटी बहन अनुराधा के बयान होंगे। 12 जून 2018 को भय्यू महाराज ने कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। घटना के करीब 6-7 महीने बाद पुलिस ने महाराज के खास रहे विनायक, पलक और शरद के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाते हुए भादवि की धारा में केस दर्ज किया।


इसके बाद से आरोपित जेल में हैं। अभियोजन ने प्रकरण में दो दर्जन से ज्यादा गवाहों की सूची प्रस्तुत की है, लेकिन गवाहों के उपस्थित नहीं होने से बयान नहीं हो पा रहे थे। बुधवार को प्रकरण में पहली गवाह के रूप में भय्यू महाराज की बड़ी बहन मधुमिता के बयान दिए। अभियोजन की तरफ से शासकीय अभियोजक विमल मिश्रा, आरोपित पलक की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता अविनाश सिरपुरकर, आरोपित विनायक की तरफ से अधिवक्ता इमरान कुरैशी और आशीष चौरे और आरोपित शरद की तरफ से अधिवक्ता धर्मेंद्र गुर्जर उपस्थित हुए। मिश्रा ने बताया कि मधुमिता ने अपने बयान में बताया है कि विनायक महाराज के बहुत भरोसे का था। महाराज सबसे ज्यादा भरोसा उसी पर करते थे


महाराज तीनों आरोपितों की प्रताड़ना से पीड़ित थे। महाराज के बीमार होने पर तीनों आरोपित ही उन्हें दवाई देते थे। आरोपितों की प्रताड़ना से परेशान होकर ही महाराज ने यह कदम उठाया था। आरोपितों की तरफ से प्रतिपरीक्षण शुरू हुआ, जो अधूरा रहा। प्रकरण में अब गुरुवार को सुनवाई होगी।


महीनों बाद क्यों दर्ज की एफआईआर


एडवोकेट सिरपुरकर और गुर्जर ने कोर्ट में एक आवेदन प्रस्तुत किया। इसमें 12 जून 2019 को आरोपितों की तरफ से एक आवेदन प्रस्तुत कर निवेदन किया गया था कि प्रकरण में जांच के दौरान दर्ज हुए गवाहों के बयानों की कॉपी कोर्ट में बुलवाई जाए। 8 अगस्त 2019 को कोर्ट ने इस संबंध में आदेश भी दिया था। बावजूद इसके दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए। बुधवार को भी केस डायरी नहीं प्रस्तुत की गई। कोर्ट ने आवेदन स्वीकारते हुए गुरुवार को केस डायरी प्रस्तुत करने के आदेश दिए। एडवोकेट मिश्रा ने बताया कि गुरुवार को महाराज की छोटी बहन अनुराधा के बयान होंगे। वे बयान देने के लिए पुणे से इंदौर आई हैं


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