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बाघों ने किया निहाल, फूस के झोपड़े की जगह अब मिलेगा पक्का मकान


 प्रदेश में बाघों का कुनबा बढ़ाने की कवायद तेज हो गई है। वन विभाग के अधिकारियों ने गांव को शिफ्ट करने के लिए शासन से समिति बनाने की अनुमति मांगी थी। शासन ने अनुमति दे दी है। समिति में छह लोगों को शामिल किया गया है। वन विभाग ने सर्वप्रथम तीन गांवों को शिफ्ट करने की योजना बनाई है। इन तीनों गांव को अचानकमार टाइगर रिजर्व क्षेत्र से मुंगेली जिले में शिफ्ट किया जाएगा। बाघों के लिए अपना सब कुछ छोड़ने वाले फूस के झोपड़े में रह रहे इन ग्रामीणों को पक्का मकान, कृषि भूमि, सड़क, बिजली, अस्पताल, पानी आदि दैनिक उपयोग में आने वाली जरूरतें सरकार मुहैया कराएगी। अचानकमार से कुल 19 गांवों को शिफ्ट किया जाएगा। वन विभाग के अधिकारी का कहना है कि शासन से अनुमति मिल गई है, जल्द प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।


ज्ञात हो कि वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट आफ इंडिया ने इस साल बाघों की गणना का आंकड़ा जारी किया था। आंकड़े के अनुसार प्रदेश में 46 बाघ की जगह मात्र 19 बाघ पाए गए हैं। इसके बाद से वन विभाग ने बाघों का कुनबा बढ़ाने के लिए कसरत शुरू कर दी है। बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए मध्यप्रदेश से विशेषज्ञ बुलाए गए थे। उन्होंने बताया है कि जब तक ग्रामीणों का विस्थापन नहीं किया जाएगा तब तक बाघों की संख्या नहीं बढ़ेगी। उसके बाद से विभाग ने ग्रामीणों के विस्थापन की प्रक्रिया शुरू कर दी है।


तीन चरण में होगा विस्थापन


वन विभाग तीन चरण में 19 गांवों को विस्थापित करेगा। सबसे पहले ग्राम तिलईडबरा, बिरारपानी एवं छिरहट्टा के 133 परिवारों को विस्थापित कर उनको मुंगेली में बसाया जाएगा। उसके बाद दूसरे फेस की कार्रवाई शुरू होगी।


प्रत्येक परिवार को दिया जाएगा मुआवजा


वन ग्रामों का व्यवस्थापन राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण नई दिल्ली की गाइड लाइन के अनुसार पात्र परिवारों को जिला कलेक्टर के माध्यम से 10 लाख रुपये नकद दिया जाना है। यदि परिवार पैसा नहीं चाहता है तो दूसरे विकल्प के रूप में प्रत्येक परिवार को एक मकान, 02 हेक्टेयर कृषि भूमि, 50 हजार इंसेटिव की राशि देनी है। आधारभूत सुविधाएं जैसे पहुंच मार्ग, शाला भवन, सिंचाई साधन, शौचालय, पेयजल व्यवस्था और सामुदायिक भवन आदि तैयार कर विस्थापन किया जाना है।


बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए सर्व प्रथम तीन गांव वालों का विस्थापन किया जाना है। इनको मुंगेली जिले में शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए मुंगेली जिले में जगह चिन्हित कर ली गई है। जल्द प्रक्रिया शुरू होगी।


 


 

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