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प्रशासनिक अधिकारियों ने प्याज कारोबारियों के गोदाम और अन्य स्थानों पर दबिश दी। इसके बाद प्याज के दाम कम हो गए


 खाद्य विभाग की ओर से राजधानी से लगे तीन प्याज कारोबारियों के ठिकाने पर छापामार कार्रवाई की गई। प्रशासन के लगतार दबाव के बाद अब प्याज के दाम भी गिरने लगे है। इससे लोगों को अब राहत की सांस मिलने के आसार है। कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य विभाग की संयुक्त जांच टीम ने थोक प्याज व्यापारियों के ठिकानों पर दबिश दी। इस प्रकार विभाग द्वारा दी गई दबिश के बाद से ही प्याज की कीमतों में गिरावट आने लगी है। बताया जा रहा है कि कुछ दिनों में इसके भाव और गिर सकते है।


यहां दी गई दबिश


खाद्य नियंत्रक अनुराग भदौरिया ने बताया कि विभाग की टीम ने शुक्रवार को भनपुरी कीमहावीर ट्रेडिंग कंपनी में 372.80 क्विंटल प्याज का स्टॉक पकड़ा। यहां प्याज की थोक में कीमत 32 से 35 रुपये किलो थी। इनके साथ ही भनपुरी स्थित शीतल एजेंसीज में 426 क्विंंटल प्याज का स्टॉक और नागराज जैन एंड ब्रदर्स में 460 क्विंंटल प्याज का स्टॉक पकड़ा। इन दिनों संस्थानों में भी थोक में प्याज 32 से 35 रुपये किलो बिक रहा था। उन्होंने कहा कि प्याज व्यापारियों को कहा गया है कि निर्धारित सीमा के भीतर ही प्याज का भंडारण करें।


ऐसे गिरा भाव


पिछले पखवाड़े भर से लगातार बढ़ के प्याज की कीमतों में अब गिरावट शुरू हो गई है। सरकार की निर्यात पॉलिसी के साथ ही खाद्य विभागों द्वारा गोदामों में मारे जा रहे छापे के चलते बीते चौबीस घंटे में प्याज के दाम 1300 रुपये प्रति क्विंंटल गिर गए है। इसके साथ ही चिल्हर में अब तक 60 रुपये किलो बिक रहा प्याज 45 रुपये किलो से नीचे आ गए है।


कारोबारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में प्याज की कीमतों में और भी गिरावट के संकेत बने हुए है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में हुई बारिश से प्याज की फसल खराब होने का फायदा जमाखोरों द्वारा उठाया जाने लगा था और जमाखोरी कर प्याज की शॉर्टेज पैदा की जाने लगी थी।


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