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बिजली गुल होने से डरी सरकार, जनरेटर से होगी रोशनी


 महत्वपूर्ण आयोजनों के दौरान अचानक बिजली गुल होने से किरकिरी झेल चुकी कमलनाथ सरकार इस बार मैग्निफिसेंट मध्यप्रदेश आयोजन में किसी तरह का जोखिम लेना नहीं चाहती। मुख्य आयोजन के लिए विशेष रूप से जनरेटर की व्यवस्था की गई है। हालांकि पूरे आयोजन के लिए बिजली कंपनी ने भी विशेष सप्लाई की व्यवस्था कर रखी है, लेकिन पल भर के लिए बिजली गुल न हो, इसलिए अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। जिस हाल में मुख्य आयोजन होगा वहां जनरेटर से बिजली प्रदाय की जाएगी। मुख्य आयोजन के लिए 18 अक्टूबर को ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के मुख्य सभागार का उपयोग होगा। आयोजन की तैयारियों का जायजा लेने आए मुख्य सचिव सुधीरंजन मोहंती ने खास तौर पर यह व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।


आयोजन में मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ ही कुछ उद्योगपति भी अपनी बात रखेंगे। 2 घंटे के समारोह में बिजली की आपूर्ति लाइन की बजाए जनरेटर से की जाएगी जिससे लोड के कारण बिजली गुल होने की जरा भी गुंजाइश न रहे। आयोजन स्थल के अन्य भागों में बिजली प्रदाय विद्युत लाइन से की जाएगी। पल भर के लिए भी बिजली गुल न हो, इसके लिए कंपनी ने दो फीडरों से बिजली लेने की व्यवस्था की है। आयोजन के दौरान किसी पोल से कारस्तानी न हो, इसलिए पोल पर भी बिजलीकर्मी तैनात रहेंगे। इसके अलावा 50 से ज्यादा कर्मचारियों का स्टाफ बिजली व्यवस्था पर नजर रखेगा


इन मौकों पर हुई थी बिजली गुल होने के कारण किरकिरी


- लोकसभा चुनाव में अपने बूथ पर वोट डालने जब मुख्यमंत्री कमलनाथ गए थे, तब थोड़ी देर के लिए बिजली गुल हो गई थी


ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह इंदौर में बिजली कंपनी के इंजीनियरों के अधिवेशन में शामिल होने एक होटल गए थे, तब भी बिजली गुल हो गई थी और मोबाइल टॉर्च से कुछ देर के लिए हॉल में रोशनी करनी पड़ी।


- इंदौर के कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन में दो मंत्रियों की मौजूदगी में हुई बैठक के दौरान बिजली गुल हो गई थी। इसके बाद बैठक एक होटल में करनी पड़ी थीभोपाल में बिजली मंत्री की पत्रकारवार्ता के दौरान ही बिजली गुल हो गई थी


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