Header Ads Widget

Responsive Advertisement

हांगकांग और सिंगापुर की तर्ज पर भारत में भी 'वर्चुअल बैंक' खोलने की तैयारी चल रही हैजानिए कैसे होगी बैंकिग


हांगकांग और सिंगापुर की तर्ज पर भारत में भी 'वर्चुअल बैंक' खोलने की तैयारी चल रही है। इन बैंकों की न तो कोई शाखा होगी और न ही ग्राहकों को इसके दफ्तर जाना पड़ेगा। ग्राहक मोबाइल ऐप या वेबसाइट के जरिए खाता खोलने लेकर सभी तरह का लेन देन कर सकते हैं। जानिए भविष्य की इस बैंकिंग के बारे में -


फिनटेक संबंधी मुद्दों पर स्टीयरिंग समिति ने सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को सौंपी अपनी रिपोर्ट में इस तरह की सिफारिश की है। पूर्व वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग की अध्यक्षता वाली इस समिति का गठन सरकार ने


 



बैंकिंस सेक्टर में तकनीक के इस्तेमाल की संभावनाओं पर विचार के लिए किया था। तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आम बजट 2018-19 के भाषण में ऐसी समिति बनाने की घोषणा की थी।


समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, 'डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेज और रिजर्व बैंक (RBI) भारत में वर्चुअल बैंकिंग सिस्टम और वर्चुअल बैंकों को अनुमति देने पर विचार कर सकता है। इसके तहत भविष्य में बैंकों को शाखाएं खोलने की जरूरत नहीं होगी, लेकिन वे अपने ऐप या वेबसाइट के जरिये बचत खाते खोलने, लोन देने, कार्ड जारी करने और पेमेंट सेवाएं देने जैसे काम कर सकेंगे


हांगकांग मॉनेटरी अथॉरिटी (HKMA) ने हाल ही में वर्चुअल बैंक संबंधी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। HKMA वर्चुअल बैंक के लिए प्राप्त किए गए आवेदनों की जांच कर रही है। मॉनिटरी अथॉरिटी ऑफ सिंगापुर (एमएएस) ने भी


पिछले हफ्ते 5 डिजिटल बैंक खोलने के लिए लाइसेंस आमंत्रित किए हैं। एमएएस इस साल के अंत तक आवेदन स्वीकार करेगा। सरकार को भेजी गईं सिफारिश की बड़ी बातें


1. देश में वर्चुअल बैंक खोले जाएं।


2. एफडी, लघु बचत योजनाओं, डाकघर बचत योजनाओं, गोल्ड डिपॉजिट सर्टिफिकेट, सॉवरेन गोल्ड बांड्स जैसी योजनाओं के खातों डी-मैट के रूप में तब्दील किया जाए। इसके लिए जरूरी नियामक और कानूनी बदलाव हो


3. सरकार को उसके अधीन आने वाली संस्थाओं जैसे पोस्ट ऑफिस में रखी सभी फाइनेंशियल एसेट्स को इलेक्ट्रिॉनिक तरीके से डी-मैट फॉर्म में बदलने के लिए अभियान चलाना चाहिए।


4. भूमि रिकॉर्ड्‌स का मानकीकरण करने के लिए नेशनल डिजिटल लैंड रिकॉर्ड मिशन शुरू किया जाए


वर्चुअल बैंकिंग का सबसे बड़ा फायदा


वर्चुअल बैंक एक प्रकार का बैंक होता है, जो बैंक ब्रांच की जगह इंटरनेट के माध्यम से अपने ग्राहकों को रिटेल


 


बैंकिंग सेवाएं देता है। वर्चुअल बैंक नई तकनीक का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए वे अपने ग्राहकों को शीघ्र ही सस्ती दर पर सेवाएं मुहैया करा सकते हैं। साथ ही वे परंपरागत बैंकों के अपेक्षा डिपॉजिट पर अधिक राशि मुहैया करा सकते हैं



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ