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पहली बार मोदी सरकार को किसी बिल पर लोकसभा में सबसे ज्यादा 20 दलों का समर्थन

लोकसभा में भाजपा को उसके धुर-विरोधी सपा, बसपा, आप, बीजद, टीआरएस, टीडीपी जैसे दलों ने समर्थन दिया


 



अनुच्छेद 370 पर राज्यसभा के बाद लोकसभा में विरोधी दल सरकार के साथ खड़े नजर आए। मोदी सरकार को किसी बिल पर पहली बार इतनी विरोधी पार्टियों का समर्थन हासिल हुआ है। लोकसभा में भाजपा समेत 36 छोटी-पार्टियों के सांसद हैं। इनमें से 20 दलों ने सरकार का साथ दिया है। सिर्फ 9 दल विरोध में रहे। 10 दलों ने संसद से वॉकआउट किया या गैरहाजिर रहे। लोकसभा में भाजपा को उसके धुर-विरोधी सपा, बसपा, आप, बीजद, टीआरएस, टीडीपी जैसे दलों ने समर्थन दिया।


जो दल 370 पर सरकार के साथ खड़े नजर नहीं आए, उनमें से कांग्रेस समेत 4 दलों के सदस्य आपस में इस मुद्दे पर बंटे दिखे। राजस्थान में कांग्रेस सरकार में मंत्री अशोक चंदाना ने इस बिल का स्वागत किया। रायबरेली से कांग्रेस विधायक और गांधी परिवार की करीबी अदिति सिंह ने भी इस फैसले को ऐतिहासिक बताया। एनडीए में शामिल एक मात्र दल जेडीयू ने बिल के विरोध में सदन से वॉकआउट किया। ममता बनर्जी ने भी इस बिल का विरोध किया है।



सवा महीने से तैयारी चल रही थी :  राज्यसभा में बिल लाने की रणनीति सवा महीने पहले बन चुकी थी। शाह ने इसके लिए थ्री टियर रणनीति बनाई, इसमें फ्लोर मैनेजमेंट, इसमें राज्यसभा में बहुमत जुटाना, दूसरी- गंभीर कानूनी अध्ययन और तीसरी कश्मीर में कानून व्यवस्था पर नियंत्रण की दोहरी योजना बनाना शामिल था।


साथ में: भाजपा, आप, एलजेपी, बीजद, टीडीपी, वाईएसआर, टीआरएस, बीएसपी, अकाली दल


विरोध में: कांग्रेस, टीएमसी, आरजेडी, सीपीएम, डीएमके, पीडीपी, एनसी, जदयू और सीपीआई


 


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