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इंदौर में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं बच्चा चोरी का मैसेज, पुलिस हुई परेशान


सोशल मीडिया पर इन दिनों बच्चा चोरी करने की घटनाओं के मैसेज तेजी से वायरल हो रहे हैं। आधा दर्जन से अधिक घटनाएं सामने आ चुकी हैं, लेकिन किसी भी थाने में कोई शिकायत नहीं हुई है। पूर्वी थाना क्षेत्र के दो और पश्चिम के चार थानों में लगातार इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं। जिनमें शंका जाहिर की जा रही है कि बदमाश बच्चा चोरी करने के इरादे से घूम रहे थे, लेकिन सभी घटनाओं में रहवासियों की तत्परता से बच्चों का अपहरण या चोरी नहीं हो पाई। घटना की शुरुआत मल्हारगंज के हुकुमचंद कॉलोनी से हुई थी।


यहां रहवासियों ने सीसीटीवी फुटेज में बताया, नकाबपोश बदमाश कॉलोनी में खेल रहे एक दर्जन बच्चों के आसपास घूमता नजर आ रहा है। रहवासियों को शंका हुई तो उन्होंने बदमाश को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह बदमाश भाग गया। इसी तरह कमला नेहरू नगर में घटना सामने आई थी। यहां एक एक्टिवा सवार महिला ने बच्चों को चॉकलेट देकर अपने साथ ले जाने का प्रयास किया था। लेकिन बच्ची के रोने से वह भाग गई थी। अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र के पार्श्वनाथ नगर में बाइक सवार बदमाशों ने बच्चे का अपहरण करने का प्रयास किया। रहवासियों को पता चलते ही बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन उनका पता नहीं चल पाया थाद्वारकापुरी थाना क्षेत्र में भी बाइक सवार बदमाश को बच्चे के चक्कर लगाते हुए देखा गया था। रहवासियों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था। पूछताछ में उसने बताया कि वह आजाद नगर क्षेत्र से किसी से मिलने आया था। वहीं एरोड्रम थाना क्षेत्र में कार सवार बदमाश बच्ची के अपहरण का प्रयास कर रहे थे। लेकिन शोर मचाने पर बदमाश उसे छोड़ भाग गए थे। उधर, चौरसिया नगर में स्कूल से लौटते बच्चे को महिला ने रोक लिया था। वह चॉकलेट देकर अपने साथ चलने का दबाव बनाने लगी। एन वक्त पर बच्चा घर भाग गया। वहीं परदेशीपुरा, लसूड़िया व तेजाजी नगर में भी घटनाएं सामने आई हैंपुलिस ने अफवाह के चलते गुरुवार सुबह एक सूचना जारी कर लोगों को सलाह दी है। एएसपी अमरेंद्र सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के दौरान पता चला है कि मानव तस्करी, बच्चा चोरी, लुटेरे, अवैध परिवहन जैसे अफवाह संबंधी मैसेज फेसबुक, व्हॉट्सएप सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल किए जा रहे हैं। इस वजह से बुधवार को मॉब लिंचिंग की स्थिथि निर्मित हो गई थी। पुलिस का मानना है कि अगर ऐसी घटना या उसकी सूचना मिले तो तत्काल पुलिस से संपर्क करें। संदेह के आधार पर मारपीट करना अपराध है। मारपीट करने वाले पर भी कार्रवाई की जाएगी


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