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इंदौर में अनंत चतुर्दशी की झांकी के 100 साल:चंद्रयान से लेकर उड़ते हनुमान तक; राजकुमार मिल की झांकी टॉप पर

इंदौर देर शाम अनंत चतुर्दशी के उपलक्ष्य में शुरू हुआ चल समारोह अलसुबह तक चलता रहा। इस दौरान पुराने इंदौर में पूरी डोल ताशों के साथ झांकियां निकलने का क्रम चलता रहा और पूरा इंदौर रात भर जगता रहा.. झांकियों के निकलने का सिलसिला शाम 6.30 बजे से शुरू हुआ। वैसे ही आकर्षक झांकियों को निहारने के लिए पुराने शहर तरफ भीड़ जुट गई।

शुरुआत खजराना गणेश की झांकी की पूजा के साथ चिकमंगलूर चौराहे से हुई। पंडित अशोक भट्‌ट के साथ कलेक्टर, कमिश्नर ने झांकियों की पूजा पाठ किया। इसके बाद चल समारोह की शुरुआत हुई। तय क्रम के अनुसार झांकियों और अखाड़ों को लाइनअप किया गया है।

शुक्रवार सुबह 7 बजे झांकियों के‌ नतीजे घोषित

प्रथम पुरस्कार - राजकुमार मिल की बच्चो के मनोरंजन घर

द्वितीय पुरस्कार - मालवा मिल की कालिया मर्दन और स्वदेशी मिल की सीता हरण

तीसरा पुरस्कार - हुकुमचंद की वामन अवतार

विशेष पुरस्कार - कल्याण मिल की रामायण प्रसंग और होप मिल की चंद्रयान

अखाडों में छोगालाल उस्ताद व्यायामशाला अव्वल, रामनाथ गुरु को दूसरा स्थान

अखाड़ों में छोगालाल उस्ताद व्यायामशाला को पहला स्थान मिला। दूसरे नंबर पर रामानाथ गुरु व्यायामशाला, तीसरे नंबर पर सार्वजनिक अहीरवार चैतन्य व्यायामशाला तथा विशेष पुरस्कार के रूप में ब्रजलाल गुरु व्यायामशाला ने स्थान पाया। इसी तरह एक हाथ के पटे और बनेटी में चंद्रपाल उस्ताद को पहला, गीजी गुरु को दूसरा, बिन्दा गुरु को तीसरा तथा बाबूसिंह उस्ताद व्यायामशाला को विशेष पुरस्कार के लिए चुना गया। बालक वर्ग में पहला प्रतीक हार्डिया (देवीदीन व्यायामशाला), दूसरा तन्मय राजपूत व प्रियांश बेलिया (महाबलेश्वर व्यायामशाला), तीसरा लच्छू पवार (मोहनसिंह उस्ताद व्यायामशाला) तथा हिन्दराज राजौरिया (महावीर व्यायामशाला) ने विशेष स्थान पाया। बालिका वर्ग में प्रतिष्ठा हार्डिया (एकलव्य व्यायामशाला) को पहला, दूसरा स्थान मीनू यादव और जिया यादव (डमरू उस्ताद व्यायामशाला), तीसरा स्थान स्नेहा बोरासी व सलोनी (पंचमुखी व्यायामशाला) तथा विशेष पुरस्कार में अंतरा पालीवाल और नमनश्री (वीर हनुमन्त गुरु व्यायाशाला) ने स्थान पाया। बालक और बालिका विशेष में सुमित यादव और वैशाली यादव (संत गाडगे व्यायामशाला) का चयन किया गया।

झांकियो के 2 किलोमीटर लंबे कारवां में 18 फीट ऊंचे उड़ते संकट मोचन हनुमान, बैलगाड़ी और लालटेन से लेकर चंद्रयान तक का नजारा दिखाया गया वहीं अलग अलग कलाकारों द्वारा छत्रपति शिवाजी, महाराणा प्रताप, रानी लक्ष्मी बाई के शौर्य से लेकर लाडली बहन योजना तक की झलक झांकियों में दिखाई गई है।

झांकियों के स्वागत में शहर के कई जनप्रतिनिधि शामिल हुए। कैलाश विजयवर्गीय, बेटे विधायक आकाश विजयवर्गीय और विधायक रमेश मंदोला के साथ चल समारोह में शामिल हुए। इस दौरान विजयवर्गीय भजन गाते हुए जेल रोड तक पहुंचे। उन्हें सुनने के लिए काफी संख्या में लोग उमड़े। लोगों में झांकियों को लेकर जबरदस्त उत्साह रहा। वहीं सांसद शंकर लालवानी, विधायक मालिनी गौड़, संजय शुक्ला, पूर्व महापौर कृष्ण मुरारी मोघे, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

कैलाश विजयवर्गीय, बेटे विधायक आकाश विजयवर्गीय और विधायक रमेश मंदोला के साथ चल समारोह में शामिल हुए। इस दौरान विजयवर्गीय भजन गाते हुए जेल रोड तक पहुंचे।
कैलाश विजयवर्गीय, बेटे विधायक आकाश विजयवर्गीय और विधायक रमेश मंदोला के साथ चल समारोह में शामिल हुए। इस दौरान विजयवर्गीय भजन गाते हुए जेल रोड तक पहुंचे।
: इंदौर 4 से विधायक मालिनी गौड़ ने झांकियों का स्वागत किया
: इंदौर 4 से विधायक मालिनी गौड़ ने झांकियों का स्वागत किया

चिकमंगलूर चौराहे से शुरू हुए चल समारोह में आईडीए, नगर निगम, होप टेक्सटाइल (भंडारी मिल), कल्याण मिल, मालवा मिल, हुकुमचंद मिल, स्वदेशी मिल, राजकुमार मिल, स्पूतनिक ट्यूटोरियल एकेडमी, जय हरसिद्धी मां सेवा समिति, श्री शास्त्री कॉर्नर नवयुवक मंडल की झांकियां शामिल रहीं। इसके साथ ही छोगालाल उस्ताद, ननकू राम उस्ताद सहित कई अखाड़े भी चल समारोह में अपने अपने करतब दिखाए।

राजवाड़ा के समीप चल समारोह का द्श्य
राजवाड़ा के समीप चल समारोह का द्श्य

इस मार्ग से निकाना चल समारोह

चल समारोह में शामिल झांकियां, अखाड़े डीआरपी लाइन, दरगाह (श्रम शिविर) से शुरू होकर जेल रोड चौराहा, कृष्णपुरा चौराहा से फूट मार्केट होकर नंदलालपुरा चौराहा, यशवंत रोड चौराहा होकर नृसिंह बाजार चौराहा, सीतलामाता बाजार, गोराकुंड, राजबाडा होकर अपने गंतव्य स्थल पर पहुंचे।

हुकुमचंद मिल का 100वां साल

झांकियों का यह परम्परागत कारवां 2021 तक 98 साल तक लगातार चलता रहा। इस बीच 2020 में कोरोना संक्रमण के कारण दो साल झांकियां नहीं निकाली जा सकी थी। फिर पिछले साल निकाली तो झांकियों और अखाड़ों को लेकर काफी उत्साह था। खास बात यह कि इस बार हुकुमचंद मिल की झांकी का यह 100 साल रहा।

झांकियों को देखने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ एकत्रित हुई
झांकियों को देखने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ एकत्रित हुई

नरेंद्र श्रीवंश (प्रधानमंत्री, हुकुमचंद गणेशोत्सव समिति) ने बताया कि मिल बंद होने के 32 साल बाद भी यह गौरवशाली परम्परा जारी है। इस बार की झांकी इसलिए भी खास है कि 1923 में झांकियों की शुरुआत सर हुकुमचंद सेठ ने शुरू की थी। तब पहली बार बैलगाडी, मशाल व लालटेन में झांकियां निकाली गई थी।

खजराना गणेश की झांकी में पर्यावरण बचाने का संदेश दिया गया
खजराना गणेश की झांकी में पर्यावरण बचाने का संदेश दिया गया

इस क्रम से निकली झांकियां

  • खजराना गणेश मंदिर
  • इंदौर विकास प्राधिकरण
  • नगर निगम
  • होप टैक्स्टाइल (भंडारी मिल)
  • कल्याण मिल
  • मालवा मिल
  • हुकुमचंद मिल
  • स्वदेशी मिल
  • राजकुमार मिल
  • स्पूतनिक ट्यूटोरियल एकेडमी
  • जय हरसिद्धी मां सेवा समिति
  • श्री शास्त्री कॉर्नर नवयुवक मंडल

झांकियों के स्वागत में शामिल हुए शहर के कई नेता, कैलाश विजयवर्गीय ने गया भजन; लोगों में जबरदस्त उत्साह

इंदौर अनंत चतुर्दशी पर पूरी रात जागेगा..और इसका सिलसिला शाम 6.30 बजे से शुरू हो गया। आकर्षक झांकियों को निहारने के लिए पुराने शहर तरफ भीड़ जुट रही है। शुरुआत खजराना गणेश की झांकी की पूजा के साथ चिकमंगलूर चौराहे से हुई।

पंडित अशोक भट्‌ट के साथ कलेक्टर, कमिश्नर भी मौजूद रहे। शाम 6 बजे कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी ने पूजन किया इसके बाद चल समारोह की शुरुआत हुई। तय क्रम के अनुसार झांकियों और अखाड़ों को लाइनअप किया गया है।

झांकियो के 2 किलोमीटर लंबे कारवां में 18 फीट ऊंचे उड़ते संकट मोचन हनुमान, बैलगाड़ी और लालटेन से लेकर चंद्रयान तक का नजारा दिख रहा हैं। वहीं अलग अलग कलाकारों द्वारा छत्रपति शिवाजी, महाराणा प्रताप, रानी लक्ष्मी बाई के शौर्य से लेकर लाडली बहन योजना तक की झलक झांकियों में दिखाई गई है। 

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