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रणजीत हनुमान मंदिर में स्वच्छता अभियान:2009 में हुई थी अभियान की शुरुआत, रविवार को तीन घंटे भक्त करेंगे सफाई

 

इंदौर के रणजीत हनुमान मंदिर में रविवार को मासिक स्वच्छता अभियान चलेगा। तीन घंटे 200 से ज्यादा भक्त मंदिर की सफाई करेंगे। मंदिर के गर्भगृह से लेकर परिसर तक की सफाई की जाएगी। चलिए जानते है रणजीत हनुमान मंदिर में इस अभियान की शुरुआत कब और कैसे हुई…

वक्त से साथ मंदिर के स्वरुप में भी परिवर्तन आया है। मंदिर में शुरु हुए मासिक स्वच्छता अभियान की बात करें तो इस अभियान की शुरुआत 14 साल पहले 2009 में पं. दीपेश व्यास ने की। पहले मंदिर में पीछे की तरफ एक छोटी धर्मशाला हुआ करती थी। जिसकी स्थिति ठीक नहीं थी।

मंदिर के कुछ ही भक्त यहां की और भगवान के गर्भगृह और मंदिर की घंटियों की सफाई करते थे। जिसके बाद वे यहीं पर ही भोजन बनाकर तैयार करते और भगवान को भोग लगाकर भोजन करते थे। मंदिर के पुजारी ने भक्तों के साथ इस विषय पर चर्चा की कि क्यों न हर महीने मंदिर की सफाई की जाए। तब से ये सिलसिला शुरु हुआ। उन्होंने सफाई की जिम्मेदारी भी मंदिर के भक्त मंडल के सदस्यों को दी।

2009 से लगातार मंदिर में मासिक स्वच्छता अभियान चलने लगा।

मंदिर में महिलाएं भी सफाई में योगदान देती हैं।
मंदिर में महिलाएं भी सफाई में योगदान देती हैं।

ऐसे हुई अन्नक्षेत्र की शुरुआत

पुजारी पं. दीपेश व्यास के मुताबिक इस बीच 2013 में तत्कालीन कलेक्टर मनीष सिंह ने भी इस अभियान को देखा और इसकी तारीफ की। धर्मशाला की खराब हालत को देखते हुए उन्होंने कहा कि यहां पर एक अन्नक्षेत्र बने और बाबा को रोजाना भोग लगे। इसके बाद ही यहां अन्नक्षेत्र की शुरुआत हुई। आज भी मंदिर परिसर के अंदर बने अन्नक्षेत्र में बनने वाले भोजन का पहले रणजीत हनुमान को भोग अर्पित किया जाता है। इसके बाद ही अन्नक्षेत्र में आने वाले भक्त भोजन करते हैं।

मंदिर परिसर की सफाई में सभी बढ़चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
मंदिर परिसर की सफाई में सभी बढ़चढ़कर हिस्सा लेते हैं।

भक्तों का बढ़ता है जुड़ाव

उन्होंने बताया कि जब भक्त मंडल के सदस्य मंदिर की खुद सफाई करने लगे तो उनका जुड़ाव भी मंदिर से बढ़ता चला गया। इसके साथ-साथ भक्तों की संख्या भी बढ़ती चली गई। इसका ये फायदा हुआ कि मंदिर में होने वाले अन्य आयोजनों में भी भक्त बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने लगे। जिससे मंदिर में होने वाले आयोजनों का स्वरुप भी बदलता चला गया।

25 हजार भक्त मंडल के सदस्य

मंदिर के भक्त मंडल की बात करें तो इस भक्त मंडल में 25 हजार भक्त रजिस्टर्ड हैं। इसके अलावा भी यहां कई भक्त ऐसे है जो अपनी सेवाएं देते रहते हैं। फिर चाहे वह मंदिर में होने वाले भंडारे हों या फिर सफाई हो या फिर कोई अन्य आयोजन। भक्त यहां अपने सेवाएं देने में पीछे नहीं हटते हैं।

सोशल मीडिया के माध्यम से भी भक्तों को दिया जाता है संदेश।
सोशल मीडिया के माध्यम से भी भक्तों को दिया जाता है संदेश।

200 से ज्यादा भक्त करेंगे सफाई

रविवार को होने वाली मासिक स्वच्छता अभियान में भी 200 से ज्यादा भक्त नि:स्वार्थ भाव से मंदिर में अपनी सेवाएं देंगे। सुबह 10 बजे भगवान की आरती के बाद मंदिर में सफाई अभियान की शुरुआत होगी। मंदिर की सफाई में करीब तीन घंटे से ज्यादा का वक्त लगेगा। सफाई के दौरान मंदिर में झाड़ू लगाना, पानी डालकर पूरा परिसर थोना, लाइट-पंखों की सफाई, गर्भगृह की सफाई के साथ ही गार्डन की भी सफाई की जाएगी।

अन्नक्षेत्र में बनेगा ज्यादा भोजन

इधर, रविवार को स्वच्छता अभियान के चलते अन्नक्षेत्र में ज्यादा भोजन बनेगा। क्योंकि सफाई के बाद यहां पर ही भक्तों का भोजन तैयार किया जाएगा। सामान्य रुप से मंदिर में 600 से ज्यादा लोगों का भोजन बनता है, लेकिन रविवार को करीब एक हजार भक्तों का भोजन तैयार होगा।



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