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जिला अस्पताल:50 डॉक्टर, कोई बिना मंजूरी छुट्‌टी पर, कोई लेट आ रहा, 2 को नोटिस, 10 को चेतावनी

सरकारी अस्पतालों पर कलेक्टर के छापे की शृंखला, एमटीएच, पीसी सेठी के बाद अब। - Dainik Bhaskar

सरकारी अस्पतालों पर कलेक्टर के छापे की शृंखला, एमटीएच, पीसी सेठी के बाद अब।

सरकारी अस्पतालों पर औचक निरीक्षण की शृंखला में एमटीएच और पीसी सेठी के बाद गुरुवार को जिला अस्पताल का नंबर था। सुबह 9 बजे यहां पहुंचते ही कलेक्टर इलैया राजा टी. ने कहा- वाटर कूलर के आसपास गंदगी क्यों है? आरओ क्यों नहीं चल रहा। डॉक्टर्स व कर्मचारी बोले कि स्विच बंद कर देते हैं, क्योंकि आसपास पानी भर जाता है। फिर सवाल हुआ कि आप लोगों की सैलरी क्या है?

किसी ने एक लाख तो किसी ने सवा लाख बताई। इस पर फिर सवाल हुआ कि हम लोग इतना वेतन ले रहे हैं तो क्या सुविधाएं खुद नहीं जुटा सकते? इसी बीच हाउसिंग बोर्ड के अधिकारी बोले कि सर, नया वाटर कूलर लगवा देते हैं। इस पर कलेक्टर बोले कि आप तो पहले अस्पताल की बिल्डिंग बनवा दीजिए। वाटर कूलर ये ही लगवा लेंगे।

रजिस्टर लेकर एक-एक डॉक्टर की हाजिरी लगाई
परिसर में गाजर घास और गंदगी देख जब सिविल सर्जन डॉ. प्रदीप गोयल से पूछा कि इसे साफ क्यों नहीं करवाते तो जवाब मिला कि फंड नहीं है। रजिस्टर मंगवाया तो रिकॉर्ड पर 50 डॉक्टर थे। कुछ डॉक्टर सवा 9 बजे बाद पहुंचे। हर नाम के बाद उन्होंने पूछा कि कहां हैं डॉक्टर। डॉ. गोयल बोले कि तीन डॉक्टर मेडिकल बोर्ड में हैं।

दो डॉक्टर शिविर में गए हैं। एक डॉक्टर सीसीएल पर हैं। इस पर फिर सवाल हुआ कि सीसीएल मंजूर हो गई? स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बोले कि नहीं हुई। इसके बाद ऐसे डॉक्टरों को नोटिस देने के लिए कहा गया। कुछ की गैरहाजिरी भी कलेक्टर ने ही लगाई। 8 से 10 डॉक्टरों को मौखिक चेतावनी दी गई।

दो डॉक्टरों की गैरहाजिरी लगाई
डॉ. सोनिया शिल्पा लाल व डॉ. बीएस शेखावत अर्न लीव पर थे। मंजूरी नहीं होने पर इन्हें नोटिस देने के लिए कहा। डॉ. सतीश नेमा, डॉ. मयंक सोनी, डॉ. सुरुचि सिंह सहित कुछ डॉक्टर सुबह 9 बजे के बाद पहुंचे। इस पर उन्हें मौखिक चेतावनी दी गई। डॉ. उमेश नंदनवार, एके पांडे की अनुपस्थिति लगाई गई।

पब्लिक टॉयलेट नहीं मिले, अस्पताल बंद, क्वार्टर में ओपीडी चल रही है
कलेक्टर करीब डेढ़ घंटा जिला अस्पताल में रुके। निरीक्षण के दौरान हाई रिस्क महिलाओं की एंट्री कम मिली। इस पर उन्होंने नाखुशी जाहिर की। वहां से निकले तो पब्लिक टॉयलेट नहीं होने की बात कही। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बोले कि सर, अस्पताल तो बंद है। क्वार्टर में ओपीडी चल रही है। इसलिए समस्या है। हम क्वार्टर में काम कर रहे हैं।

4 साल से बिल्डिंग नहीं बनी, 60 लाख पेनल्टी लग चुकी, अब फिर से लगेगी पेनल्टी
हाउसिंग बोर्ड अस्पताल की नई बिल्डिंग बना रहा है। मौके पर ठेकेदार व एजेंसी दोनों थे। उनसे पूछा कि अस्पताल कब तक बना देंगे तो जवाब मिला कि मई 2023 तक बना देंगे। इस पर सवाल किया कि 2018 से बंद है। अब तक नहीं बना। चार साल लगते हैं क्या? अधिकारियों ने कहा कि देरी पर 60 लाख पेनल्टी लगाई है। कलेक्टर ने कहा कि और ज्यादा पेनल्टी लगाइए।

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