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सरकार का सुपर-100:अधपकी रोटी, पनीली दाल; गंदगी के बीच खाने को मजबूर छात्र, मल्हार आश्रम होस्टल के बुरे हाल

मेस में छात्रों को कच्ची रोटी और पानी वाली दाल-सब्जी दी जाती है। ये फोटो छात्रों ने ही भास्कर को उपलब्ध करवाए हैं। - Dainik Bhaskar

मेस में छात्रों को कच्ची रोटी और पानी वाली दाल-सब्जी दी जाती है। ये फोटो छात्रों ने ही भास्कर को उपलब्ध करवाए हैं।

शासकीय मल्हार आश्रम के होस्टल में सुपर-100 छात्र को बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिल रही हैं। 11वीं कक्षा के छात्र गंदगी में रहने और खराब भोजन के सहारे पढ़ने को मजबूर हैं। ये सभी सुपर-100 योजना के तहत चुने गए हैं और उन्होंने अपने जिले में टॉप किया है। इन छात्रों को होस्टल में आए हुए एक महीने से अधिक हो गया है।

छात्रों का अरोप है कि उन्हें खाने में कच्ची रोटी दी जा रही है। दाल-सब्जी में भी पानी रहता है। चावल दोबारा मांगने पर डांट दिया जाता है। बाथरूम में कीचड़ भरा है। हफ्तों तक सफाई नहीं होती है। खराब भोजन और गंदगी के कारण कुछ छात्रों को मलेरिया भी हो गया। छात्रों ने इसकी शिकायत प्रिंसिपल सत्यनारायण मंडलोई से की तो उन्होंने भी ध्यान नहीं दिया।

छात्र सार्थक शुक्ला ने बताया कि हमारे खाने की गुणवत्ता बहुत ज्यादा खराब है। दाल और सब्जी में मसालों के नाम पर सिर्फ मिर्ची डाली जाती है। स्थिति यह है कि हम भर पेट खाना भी नहीं खा पा रहे हैं। खाने की टेबल और बर्तन भी ठीक तरह से साफ नहीं किए जाते। थालियों में जूठन लगा रहता है। हमें खेलने भी नहीं दिया जाता है। हम टीचर से खेल का सामान मांगते हैं तो पढ़ाई करने की नसीहत दी जाती है।

होस्टल के आसपास गंदगी फैली हुई है। हमने खिड़कियों में जाली लगाने की मांग की थी। अंधेरा होते ही मच्छरों के कारण बुरा हाल हो जाता है। एक-दो छात्र मलेरिया से कारण बीमार भी हो चुके हैं।

जेईई की कोचिंग भी शुरू नहीं करवाई

छात्र धनंजय गुप्ता ने बताया, होस्टल में मैथ्स, साइंस और बायोलॉजी के छात्र हैं। चयन के समय ही तय हो गया था कि जेईई परीक्षा के लिए नामचीन निजी कोचिंग में क्लास शुरू करवाएंगे। हमें आए हुए एक महीने से अधिक हो गया है, अभी तक कोचिंग शुरू नहीं हुई। जब शिकायत की तो एक अन्य कोचिंग के टीचर हमें पढ़ाने आने लगे, लेकिन क्लासेस नहीं शुरू हुई।

खाने का टेंडर बदलेंगे, सफाईकर्मी छुट्‌टी पर है

भोजन बनाने वाले का टेंडर जल्द ही बदल जाएगा। इसके बाद बच्चों की खाने की समस्या खत्म हो जाएगी। सफाईकर्मी के छुट्‌टी पर होने के कारण होस्टल की सफाई नहीं हो सकी। जल्द ही उसका भी निराकरण हो जाएगा। छात्रों की कोचिंग की मंजूरी राज्य शिक्षा केंद्र से रुकी हुई है। हमने डेमो क्लासेस शुरू कर दी है।
- सत्यनारायण मंडलोई, प्राचार्य, मल्हार आश्रम

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