रविवार को भगवान महाकाल का श्रंगार भांग के साथ बादाम से किया । उनके मस्तक को सूर्य की तरह तेजस्वी बनाया। ललाट पर चंदन और फूल लगाए।
भस्म रमाने के पहले महाकाल के दर्शन।
मोतियों की माला पहनाई और कानों में कुंडल। लाल वस्त्र पहनाकर अलग-अलग फूलों की मालाएं पहनाईं।
भस्म रमाने के बाद महाकाल के दर्शन।
शिखर पर फूल मालाओं की जटा बनाई गई। मस्तक पर शेषनाग बना चांदी का मुकुट पहनाया।
महाकाल के नंदी का भी श्रंगार किया गया।
श्रंगार के बाद भस्म आरती की गई। मिष्ठान, फलों व भांग का भोग लगाया।
शक्तिपीठ मां हरसिद्धि की प्रात:कालीन आरती के दर्शन
शक्तिपीठ मां हरसिद्धि की प्रात:कालीन आरती के दर्शन।
0 टिप्पणियाँ