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इंदौर में भ्रष्ट इंजीनियर की लग्जरी लाइफ:500 रुपए सैलरी से शुरुआत, 55 साल की नौकरी में 4000 वर्गफीट के बंगले में महंगा इंटीरियर, छत पर सजावट

 

विजय दरियानी के घर से 19 लाख रुपए कैश मिले हैं।

देवास में पदस्थ टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के मानचित्रकार विजय दरियानी के घर ईओडब्ल्यू उज्जैन ने गुरुवार को छापा मारा। इसमें करोड़ों की अवैध संपत्ति, 3 कारें, करीब डेढ़ लाख रुपए नकदी समेत कई फाइलें टीम ने जब्त की हैं। इंदौर के आवास से टाउन प्लानिंग की कुछ फाइलें और नक्शे भी मिले हैं। ग्राम निवेश के एक पूर्व अधिकारी गोयल और टाउन प्लानिंग के संयुक्त संचालक मुदगल से भी तार जुड़ने की बात की जा रही है।

देवास में पदस्थ टाउन एंड कंट्री प्लानिंग का भ्रष्ट इंजीनियर विजय दरियानी लग्जरी लाइफ जीता है। 50 हजार रुपए महीना कमाने वाले इंजीनियर का 4000 वर्ग फीट का विशाल बंगला है। जिसमें सभी लग्जरी सुविधा मौजूद है। वह महंगे बोनसाई के पौधे मंगवाता है, महंगी शराब का शौकीन है। उसकी लाइफ को देखकर अफसर भी दंग रह गए।

EOW उज्जैन के अफसर सुबह करीब 6 बजे विजय दरियानी के इंदौर के 4 अलग-अलग ठिकानों समेत देवास पहुंच गए। टीम में करीब 40 अफसर मौजूद थे। एसपी दिलीप सोनी ने दरवाजा खटखटाकर कहा कि बंगाली चौराहे में आपकी मोबाइल की दुकान में आग लग गई है। यह सुनते ही विजय दरियानी ने दरवाजा खोला। इतने में टीम घर के अंदर घुस गई। वह सारा मामला समझ गया।

घर में इंजीनियर ने लाखों रुपए के पौधे लगा रखे थे।
घर में इंजीनियर ने लाखों रुपए के पौधे लगा रखे थे।

1984 में 500 रुपए की सैलरी से शुरुआत
इस छापेमारी के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। विजय 1984 में मानचित्रकार (नक्शा ट्रैसर) के रूप में टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग में पदस्थ हुआ था। शुरुआत में विजय की सैलरी मात्र 500 थी। 55 साल की सर्विस हो चुकी है। वहीं, वर्तमान में 7 साल की नौकरी और बची थी। अभी उसकी सैलरी 50 हजार रुपए थी। 19 लाख रुपए नकद मिलने के बाद कई दिशाओं में अब विभाग जांच करेगा।

महंगी शराब का था शौकीन
दिलीप सोनी ने बताया कि सुबह 6:00 बजे कार्रवाई के दौरान इंदौर टीएनसीपी ऑफिस के दस्तावेज भी विजय के घर से मिले हैं। विजय 5 साल पहले ही इंदौर से हट चुका है। बावजूद टाउन एंड कंट्री प्लानिंग की इतनी फाइलें सवालिया निशान भी खड़े करती हैं। सबसे अधिक विजय शराब का शौकीन था। कई महंगी शराब की बोतल भी मिली है। वहीं, छत पर रूफटॉप होटल की तरह सजावट की हुई थी। कोई भी मेहमान आए तो उसे वेज और नॉनवेज दोनों तरह के स्वाद वह दे सके, इसके लिए अलग तरह का ट्रॉली सिस्टम बना रखा था। अगर शराब खत्म हो जाती थी, तो वह ट्रॉली को नीचे भेज कर शराब छत पर आ जाती थी।

घर में महंगा फर्नीचर और सभी सुविधाएं मौजूद हैं।
घर में महंगा फर्नीचर और सभी सुविधाएं मौजूद हैं।

पिता टीएनसीपी से ही हुए थे रिटायर
एसपी के अनुसार दिलीप के दो बेटे हैं। एक एमबीए कर रहा है, वहीं दूसरा बेटा बीकॉम कर रहा है। उसकी बंगाली चौराहे में मोबाइल की शॉप है, लेकिन वो सिर्फ दिखावे के लिए थी। दुकान से सिर्फ 15 मोबाइल मिले हैं। इस पर भी अब EOW जांच करेगी। आरोपी विजय ने अधिकतर संपत्ति मां के नाम से खरीद रखी थी। कुछ सालों बाद उसे बेटे के नाम ट्रांसफर करवा देता था।

छत को होटल की तरह सजा रखा था।
छत को होटल की तरह सजा रखा था।

सर, मैंने आप को पहचान लिया
छापे के दौरान आरोपी विजय ने एसपी दिलीप सोनी से कहा था कि सर आप तो वही हैं, जो कुछ साल पहले लोकायुक्त एसपी थे। उस वक्त इंदौर की ज्वाइंट डायरेक्टर अनीता करोड़िया के घर छापा मारा था। इस पर दिलीप सोनी ने हां कहा।

50 हजार का एक पौधा
दिलीप के घर में बोनसाई के महंगे पौधे भी मिले हैं। इसी तरह से हजारों की संख्या में पौधे बंगले में लगा रखे थे। गार्डनिंग का शौक होने के कारण वह इंदौर के भूमाफिया की नर्सरी से पौधे खरीदता था। इसकी भी जांच की जाएगी। इंदौर अग्रवाल पब्लिक स्कूल के सामने बने टिक मॉल पर एक फ्लोर विजय ने कुछ समय पहले ही खरीदा था। उसमें बड़ी प्लानिंग थी, जिसके भी दस्तावेज विभाग को मिले हैं।


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