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18 माह के कोरोना काल की स्थिति:इंदौर में रिकवरी अब 99 फीसदी, पहला डोज 100 फीसदी, दूसरा 57 फीसदी, फिर भी जरा न बरतें लापरवाही

कोरोना काल  के 18 माह बाद यह पहला मौका है जब लोग धूमधाम से दीपावली मनाएंगे क्योंकि पिछले साल कोरोना के चलते लोग सभी त्यौहार ठीक से मना नहीं सके थे। खास बात यह कि कुल 18 माह की अब स्थिति देखे तो वर्तमान में रिकवरी दर 99.08 फीसदी है जो बहुत अच्छी है जबकि 13 एक्टिव मरीज हैं। दूसरी ओर 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का पहला डोज 100 फीसदी हो चुका है जबकि दूसरा डोज 57 फीसदी ही हुआ है। इधर बाजारों में भी भीड़ उमड़ने लगी है। जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करें ताकि त्यौहार अच्छे से मना सके।

वैसे जिले की जनसंख्या 32.76 लाख से ज्यादा है जबकि डेढ़ साल में 27.36 लाख से ज्यादा (84.40 फीसदी) सैंपलिंग हो चुकी है। इनमें कई सैंपल ऐसे हैं जिनमें एक व्यक्ति तीन-चार बार भी सैंपलिंग कराई है। 23 अक्टूबर तक कुल 1,53,200 पॉजिटिव पाए गए जिनमें से 1,51,796 पूरी तरह स्वस्थ हैं यानी रिकवरी दर 99.08 फीसदी है। इन दिनों रोज 6 से 7 हजार सैंपलिंग हो रही है और एक हफ्ते से इनमें से औसतन 1 ही पॉजिटिव मिल रहे हैं। बहरहाल, इन अच्छे हालातों का मुख्य कारण कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना तो रहा ही लेकिन खासकर पहले डोज का 100 फीसदी वैक्सीनेशन भी रहा। वहीं दूसरे डोज के 43 फीसदी लोग अभी भी बचे हैं जो कई बार अपील करने के बाद भी आगे नहीं आ रहे हैं। कलेक्टर मनीषसिंह ने लोगों से अपील की है कि वे दूसरा डोज भी जरूर लगाएं।

बाजारों में सोशल डिस्टेसिंग का पालन जरूरी

इधर, बाजारों में आवाजाही बढ़ने से अब कई स्थानों पर सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है। वहीं कई वाहन चालक बिना मास्क के घूम रहे हैं जो घातक है। इसे लेकर पहले ही गाइन लाइन जारी हो चुकी है कि अभी लंबे समय तक मास्क लगाना होगा। दूसरा यह कि अभी 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों को अभी वैक्सीन नहीं लगी है और संभावित तीसरी लहर में इन्हीं को लेकर सबसे ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। वैसे गर्भवती महिलाओं के लिए भी एहतियात बरतना बहुत जरूरी है। टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरुण गुप्ता के मुताबिक अब तक 9 हजार से ज्यादा गर्भवती महिलाओं को पहला डोज लग चुका है।

हर दुकानदार को देना होगी स्टाफ के वैक्सीन की जानकारी

इधर, शहर में भले ही अभी कोरोना संक्रमण नियंत्रण में हो और बाजारों में भीड़ बढ़ने लगी हो लेकिन फिर संक्रमण न बढ़े इससे चलते व्यापारिक एसोसिएशन ने त्यौहारों के मद्देनजर वैक्सीन पर खास जोर दिया है। इसके तहत हर दुकानदार के लिए अनिवार्य किया गया है कि वे अपने स्टाफ की इस बात की जानकारी रखें कि उन्होंने वैक्सीन लगाई है या नहीं। अगर नहीं लगाई तो उन्हें वैक्सीन के लिए प्रेरित करें। अहिल्या चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल और मंत्री सुशील सुरेका ने सदस्य व्यापारिक संस्थाओं के पदाधिकारियों को एक पत्र लिखा है। मंत्री सुरेका के मुताबिक शहर की लगभग सभी प्रमुख व्यापारिक एसोसिएशन जिनकी संख्या 100 से ज्यादा हैं वे चेम्बर के सदस्य हैं। प्रशासन की कोशिश है कि शहर की हर दुकान-प्रतिष्ठान के स्टाफ वैक्सीनेशन हुआ है या नहीं इसकी जानकारी मिल जाए। साथ ही यह भी पता चल जाए कि कहां कितने लोग ऐसे बाकी हैं जिन्हें दूसरा या पहला डोज (18 वर्ष के बाद जो वैक्सीन के पात्र हो रहे हैं) नहीं लगा है। इसके चलते संस्थाओं के पदाधिकारियों को कहा है कि वे अपने एक-एक सदस्य व्यापारी से तय फॉर्मेट में जानकारी लें। यह जानकारी एकत्र कर एडीएम व नोडल अधिकारी पवन जैन को भेजी जाएगी। इसके बाद प्रशासन इस दिशा में काम करेगा।

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