इंदौर और भोपाल की तरह अन्य स्मार्ट सिटी भी पीपीपी और कन्वर्जेंस के प्रोजेक्ट बनायें। स्मार्ट सिटी में पूरे अधिकार आपके पास ही हैं। सभी प्रोजेक्ट समय-सीमा में पूरा करवाने की जिम्मेदारी भी आपकी ही है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने यह निर्देश गत दिवस भोपाल में स्मार्ट सिटी और मेट्रो रेल के कार्यों की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिये।
सिंह ने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट हमारे प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसमें शहर के सम्पूर्ण विकास की अवधारणा निरूपित की गई है। अत: स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन में किसी भी स्तर पर कोताही नहीं होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि शहर में संचालित सीवेज और जल आपूर्ति परियोजनाओं को समय-सीमा में पूरा करें।
*अब नहीं बने अनाधिकृत कॉलोनी*
मंत्री सिंह ने कहा कि अनाधिकृत कॉलोनियों को वैध करने के लिये एक्ट में संशोशन करने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत नियम बनाये जा रहे हैं। इस संबंध में 15 दिवस के अंदर नगर निगम कमिश्नर सुझाव दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम कमिश्नर अब ध्यान दें कि कोई भी अनाधिकृत कॉलोनी नहीं बनें।
सिंह ने कहा कि कम्पाउंडिंग की सीमा 10 से बढ़ाकर 30 प्रतिशत की गई है। इसका क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। इससे भवन स्वामियों की कठिनाई दूर होने के साथ ही निगम की आय बढ़ेगी। उन्होंने स्मार्ट सिटीज को भारत सरकार द्वारा विभिन्न पुरस्कार देने पर सभी अधिकारियों को बधाई दी। सिंह ने कहा कि एक परिवार की तरह कार्य कर नागरिकों को अधिक से अधिक सुविधाएँ दिलाने का प्रयास करें।
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री सिंह ने मेट्रो रेल प्रोजेक्ट की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी कार्य निर्धारित समय-सीमा में करें। जरूरी कार्यों के लिये टेण्डर प्रक्रिया जल्द करें।
प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास मनीष सिंह ने कहा कि जो भी प्रोजेक्ट बनायें वह सस्टेनेबल होना चाहिये। इस तरह का मेकेनिज्म बनायें कि उसका लाभ नागरिकों को आगे भी मिलता रहे। उन्होंने कहा कि सागर और सतना में और तेजी से काम करने की जरूरत है। आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास निकुंज श्रीवास्तव ने स्मार्ट सिटी में चल रहे कार्यों की जानकारी दी। इसके साथ ही सभी स्मार्ट सिटी के सीईओ ने उनके द्वारा किये गये कार्यों के बारे में विस्तार से बताया। मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का भी प्रजेंटेशन दिया गया।
*6566 करोड़ के 567 प्रोजेक्ट*
स्मार्ट सिटी मिशन में 7 स्मार्ट सिटी में 6566 करोड़ 70 लाख के 567 प्रोजेक्ट बनाये गये हैं। इनमें से 1577 करोड़ के 273 प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं। शेष प्रोजेक्ट पूरा करने की समय-सीमा निर्धारित कर दी गयी है। भोपाल में 939 करोड़ के 75, इंदौर में 942 करोड़ के 161, जबलपुर में 940 करोड़ के 99, ग्वालियर में 926 करोड़ के 49, उज्जैन में 940 करोड़ 60, सागर में 964 करोड़ के 69 और सतना में 914 करोड़ रुपये के 54 प्रोजेक्ट बनाये गये हैं। इस दौरान संचालक टाउन एण्ड कंट्री प्लानिंग श्री अजीत कुमार एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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