इंदौर जिले में कोविड की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए सभी प्रायवेट अस्पताल संचालकों को निर्देश दिये गये है कि सभी व्यवस्थाएं आगामी 15 दिन में पूरी कर लें। उनके अस्पतालों में नवजात शिशुओं, अन्य बच्चों और गर्भवती माताओं के इलाज के लिये जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित संख्या में तय किये गये बेड तैयार कर लें। इनके लिये आईसीयू और वेंटिलेटर की पर्याप्त व्यवस्था भी सुनिश्चित कर ली जाये।
यह निर्देश कल शाम यहां व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग के लिये गठित समिति द्वारा प्रायवेट अस्पतालों के संचालकों की ली गई बैठक में दिये गये। बैठक की अध्यक्षता समिति की अध्यक्ष विधायक मालिनी गौड़ ने की। इस अवसर पर कलेक्टर मनीष सिंह, राज्य आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ. निशांत खरे, प्रशिक्षण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. हेमंत जैन तथा समिति के अन्य सदस्य मौजूद थे। बैठक में बताया गया कि
शासकीय एवं निजी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं, एक माह तक के नवजात शिशु तथा 14 वर्ष तक के बच्चों के लिए कोविड ईलाज की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इन व्यवस्थाओं के पर्यवेक्षण एवं अन्य व्यवस्थाओं के निरीक्षण के लिये जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों तथा चिकित्सकों की संयुक्त मॉनीटरिंग समिति का गठन किया है। इस समिति में विधायक मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ को अध्यक्ष बनाया गया है। अपर कलेक्टर अभय अरविंद बेड़ेकर समिति के सचिव तथा राज्य स्तरीय कोविड टॉस्क फोर्स के सदस्य डॉ. निशान्त खरे, इण्डियन मेडीकल एसोसिएशन के डॉ. जितेन्द्र गुप्ता, नर्सिंग होम एसोसिएशन के डॉ. सुरेश वर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस. सैत्या सदस्य है।
बैठक में निर्देश दिये गये कि कोविड की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए इन्दौर जिले के सभी शासकीय एवं निजी अस्पतालों में कोविड पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं / नवजात शिशु / 14 वर्ष तक की आयु के बच्चों का समुचित ईलाज, ऑपरेशन आदि की व्यवस्थाएं अनिवार्य रूप से आगामी 10 से 15 दिन में पूरी लेवें। जिले में 40 से अधिक चयनित निजी अस्पतालों में भी उक्त श्रेणी के मरीजों के लिए बिस्तरों एवं सुविधाओं का वर्गीकरण किया गया है। तद्नुसार सभी अस्पताल उक्त व्यवस्थाएं अनिवार्य रूप से पूरी करेंगे।
समिति की अध्यक्ष मालिनी गौड़ ने कहा कि तीसरी लहर को देखते हुये निजी अस्पताल के डॉक्टर और नर्सों के लिये विस्तृत प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। सभी अस्पताल अपने यहां गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के इलाज के लिये व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें।
बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि जिले में ऑक्सीजन प्लांट अस्पतालों में लगाने का कार्य तेजी से जारी है। सभी प्लांट लग जाने से इंदौर जिले में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध रहेगी। उन्होंने बताया कि सभी अस्पतालों में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिये बेड आरक्षित कर दिये गये है। उन्होंने बताया कि जिले में 30 से 40 प्रतिशत अस्पतालों में सभी व्यवस्थाएं पूरी हो गई है। आगामी 15 दिन में शेष सभी अस्पतालों में व्यवस्थाएं पूरी हो जायेगी।
0 टिप्पणियाँ