सावन में महाकाल में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाई जा सकती है। अब 8 से 10 हजार लोग रोजाना महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। वर्तमान में 3500 श्रद्धालुओं को ऑनलाइन परमिशन के बाद दर्शनों की अनुमति है। इस संबंध में गुरुवार को होने वाली मंदिर समिति की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। कलेक्टर आशीष सिंह ने जुलाई के अंतिम सप्ताह से शुरू होने जा रहे सावन माह के लिए ने तैयारियों के निर्देश मंदिर समिति और प्रशासक को दिए हैं।
कलेक्टर की मानें तो इस वर्ष भी महाकाल मंदिर की सावन की सवारी नए मार्ग से निकाली जाएगी। आने वाले कावड़ यात्रियों को गाइड लाइन के चलते प्रवेश नहीं मिलेगा और न ही उज्जैन से निकलने दी जाएगी। सावन माह में स्लॉट बढ़ाकर ये संख्या बढ़ाई जा सकती है।
सावन माह महाकाल के भक्तों के लिए खास
24 जुलाई को आषाढ़ मास के समाप्त होते ही 25 जुलाई से सावन मास का शुरू होकर 22 अगस्त तक चलेगा। महाकाल की नगरी उज्जैन में सावन माह का बहुत महत्व है। सावन के महीने में शहर शिवमय नजर आता है। सावन के सभी सोमवार और भादौ माह के अमावस्या से पहले आने वाले सोमवार को भी महाकाल की सवारी निकाली जाती है
इस साल 7 सवारी, सभी नए मार्ग से
हर साल महाकाल मंदिर से सावन माह के सभी सोमवार और भादौं में अमावस्या से पहले आने वाले सोमवार को महाकाल मंदिर से राजा महाकाल की सवारी निकाली जाती है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। पिछले साल कोरोना के चलते सवारी को नए रास्ते से ले जाया गया था। किसी भी श्रद्धालु को सवारी में प्रवेश या देखने की अनुमति नहीं दी थी।
पहली सवारी- पहला सोमवार: 26 जुलाई 2021
दूसरी सवारी- दूसरा सोमवार: 2 अगस्त 2021
तीसरी सवारी- तीसरा सोमवार: 9 अगस्त 2021
चौथी सवारी- चौथा सोमवार: 16 अगस्त 2021
सावन माह 22 अगस्त को खत्म होगा
पांचवी सवारी- 23 अगस्त सोमवार को भादौ माह
छठवीं सवारी- 30 अगस्त सोमवार को भादौ माह
अंतिम सवारी- 6 सितंबर सोमवार
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