भोपाल में सुभाष नगर आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) 40 करोड़ रुपए की लागत से करीब 16 महीने पहले ही बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन ट्रेन के लिए ब्रिज की सड़क का ट्रैफिक रुका हुआ है। मेट्रो प्रोजेक्ट लेट होने का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। यही कारण है कि बनकर तैयार होने के बावजूद ट्रैफिक नहीं गुजारा जा रहा। जिम्मेदार अफसरों का कहना है कि एमपी नगर से गर्वमेंट प्रेस क्षेत्र तक गर्डर लॉन्चिंग का काम पूरा होते हुए सुभाष नगर आरओबी से ट्रैफिक की शुरुआत भी कर दी जाएगी।
यह पुल नए को पुराने शहर से जोड़ेगा। शुरुआत होने पर रोज 3 लाख लोगों को फायदा होगा। भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत एम्स से करोंद के बीच पिलर निर्माण एवं गर्डर लॉन्चिंग की जा रही है। इसके चलते ही सुभाष नगर आरओबी से ट्रैफिक शुरू नहीं किया गया है।
घंटों के जाम से मिलेगी मुक्ति
ब्रिज शुरू होने के बाद आसपास के क्षेत्रों के तीन लाख रहवासियों को सीधा फायदा होगा। सुभाष नगर व रचना नगर अंडर ब्रिज के साथ अशोका गार्डन पर घंटों लगने वाले जाम की समस्या भी हल होगी। वहीं एमपी नगर और प्रभात चौराहा क्षेत्र से भोपाल स्टेशन, अशोका गार्डन व पिपलानी, गोविंदपुरा, एमपी नगर, रचना नगर की ओर आने-जाने वालों को सहूलियत होगी।
एक नजर : सुभाष नगर आरओबी
- कहां से कहां तक- प्रभात चौराहा से मेदा मिल रोड तक।
- निर्माण एजेंसी- रेलवे और पीडब्ल्यूडी
- लागत- 40 करोड़ रुपए
- पीडब्ल्यूडी का 28 करोड़ रुपए
- रेलवे का 12 करोड़ रुपए
- लंबाई 690 मीटर
- लेन- टू लेन ब्रिज
- राहत - 3 लाख लोगों को प्रतिदिन
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