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दुनिया की सबसे बड़ी बिल्डिंग बुर्ज खलीफा पर गिरी बिजली, 7 साल से इंतजार कर रहा था ये फोटोग्राफर

कुदरत के नजारे को कैद करना अपने आप में रोमांचक होता है. मगर इसका मौका चंद लोगों को मिलता है. इसके लिए धैर्य की सबसे बड़ी जरुरत होती है. हालांकि धैर्य रखने के बावजूद सफलता की गारंटी नहीं है. मगर एक फोटोग्राफर ने असंभव को संभव बना दिया है.



दुबई: जरा सोचिए कड़कती बिजली को कैमरे में कैद करना कितना चुनौतीपूर्ण होगा. फोटो लेने की चाहत रखनेवाले के लिए कितना धैर्य रखना पड़ता होगा बिजली के कड़कने का. कड़कती बिजली का मंजर कैमरे से कैद करना सेकंडों का खेल होता है. जिससे किसी को शोहरत मिल जाती है तो किसी की मेहनत पर पानी भी फि जाता है.


कुदरत के नजारे को कैद कर 2020 की अच्छी शुरुआत


मगर फोटोग्राफर जुहैर अंजुम इस मामले में भाग्यशाली हैं कि उन्होंने अपने कैमरे से इस सीन को कैप्चर किया है. बुर्ज खलीफा से इस ऐतिहासिक नजारे को कैद करने के लिए फोटोग्राफर को बड़े धैर्य का प्रदर्शन करना पड़ा. परफेक्ट शॉट लेने के लिए जुहैर सात साल से कोशिश कर रहे थे. बुर्ज खलीफा टावर के बाहर उन्हें कई रातें बारिश के इंतजार में गुजारनी पड़ीं. आखिरकार शुक्रवार को उनकी इंतजार की घड़ी खत्म हुई. जुहैब ने अपने कैमरे से बुर्ज खलीफा पर बिजली गिरने के मंजर को कैद कर लिया.


अपने लम्हे को यादगार बनने पर जुहैब कहते हैं, “दुबई में उनकी पहचान तूफान का पीछा करनेवाले के तौर पर रही है. उनका सपना था कैमरे से गिरती बिजली का नजारा कैद कर उसको यादगार बनाना. ऐतिहासिक बुर्ज खलीफा पर बिजली गिरने का मंजर कैद कर उन्होंने साल 2020 की सबसे बेहतरीन शुरुआत की है.”


ऐसा नहीं है कि जुहैब अहमद ही बुर्ज खलीफा से कड़कती बिजली को अपने कैमरे में कैद करनेवाले पहले शख्स हैं. इससे पहले दुबई के राजकुमार शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन रशीद भी दुबई के मौसम का परफेक्ट शॉट कैद कर चुके हैं. कैमरे से ली गई तस्वीर इंटरनेट पर खूब वायरल हो रही है.


2016 में भी फोटोग्राफर मोहम्मद आजमी ने दो साल की कोशिश के बाद बुर्ज खलीफा पर कड़कती बिजली का नजारा कैद कर चुके हैं. 56 मंजिला इमारत की छत पर खड़े होकर 29 वर्षीय फोटोग्राफर ने 400 फोटो लिये थे मगर उनमें से सिर्फ एक बुर्ज टावर को छूती हुई बिजली का परफेक्ट शॉट मिला.


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