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रणजीत हनुमान अष्टमी महोत्सव:भक्तों ने खींचा बाबा का रथ, पुष्प वर्षा के साथ आतिशबाजी भी की

 

जय रणजीत के उद्‌घोष से गूंजा यात्रा मार्ग, भजनों पर थिरके भक्त, महाआरती के बाद हुआ प्रसाद वितरण। - Dainik Bhaskar
जय रणजीत के उद्‌घोष से गूंजा यात्रा मार्ग, भजनों पर थिरके भक्त, महाआरती के बाद हुआ प्रसाद वितरण।

रणजीत हनुमान मंदिर में चार दिन से चल रहे रणजीत हनुमान अष्टमी महोत्सव के अंतिम दिन सोमवार को प्रभातफेरी निकली। करीब 133 साल से चली आ रही इस पारंपरिक प्रभातफेरी में एक लाख से ज्यादा भक्त शामिल हुए। जब पुष्पों से सुसज्जित स्वर्ण रथ पर सवार होकर रणजीत हनुमान अपनी प्रजा को आशीर्वाद देने निकले तो जय रणजीत जय रणजीत के जयघोष से पूरा मंदिर परिसर गूंज उठा। रणजीत हनुमान की विग्रह प्रतिमा के शृंगारित और आकर्षक स्वरूप के दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा।

सैकड़ों श्रद्धालु हाथों में धर्मध्वजा लिए चल रहे थे

प्रभातफेरी में 6 घोड़े, एक बैंड, 5 भजन गायक, ढोल ताशे, रामजी का एक रथ, तीन बग्घियों के साथ कई भजन मंडलियां रथ यात्रा में शामिल थे। हाथों में धर्मध्वजा लिए हुए सैकड़ों महिलाएं एवं पुरुष प्रभातफेरी में शामिल हुए। प्रभातफेरी में पुष्प वर्षा के साथ ही आतिशबाजी भी की गई। जहां रणजीत हनुमान की महाआरती करने के बाद प्रसाद वितरण किया गया। भक्तों ने फूलों से सजे रथ में सवार होकर निकले रणजीत हनुमान बाबा के दर्शन किए।

कई लोगों ने घर बैठे लाइव दर्शन भी किए

सोशल मीडिया के माध्यम से हजारों श्रद्धालुओं ने यात्रा के लाइव दर्शन किए। प्रभातफरी में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक मालिनी गौड़, आकाश विजयवर्गीय, एकलव्य गौड़, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, कमलेश खंडेलवाल, टीनू जैन, लक्ष्मणदास महाराज, दादू महाराज सहित कई संत, महामंडलेश्वर आदि उपस्थित थे।

चार दिवसीय महोत्सव का हुआ समापन

मंदिर के पुजारी पं. दीपेश व्यास ने बताया चार दिनी उत्सव का प्रभातफेरी के साथ सोमवार को समापन हुआ। बाबा की आरती कर विग्रह स्वरूप को पुष्पों से सुसज्जित कर रथ में विराजित किया गया। इस रथ को भक्तों ने अपने हाथों से खींचा। हजारों की संख्या में भक्त शामिल हुए। पिछले साल रथयात्रा मंदिर प्रांगण में ही निकली थी।

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