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इंदौर कोरोना को मात देने के लिए सख्ती:उद्योगों को छोड़कर रात 10 बजे सभी प्रतिष्ठानों में लग जाएंगे ताले, पहली से 8वीं तक के सभी स्कूल 31 दिसंबर 2020 तक रहेंगे बंद


कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए छप्पन दुकान रात 11 बजे की बजाय अब 9 बजे ही बंद हो किया जा रहा है।

आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना की तीसरी लहर आने के साथ ही एक बार फिर से नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। इस संबंध में कलेक्टर मनीष सिंह ने शनिवार काे शासन द्वारा जारी गाइड लाइन के बाद इंदाैर में नाइट कर्फ्यू को लेकर आदेश जारी कर दिए। नगर निगम सीमा में रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है। इस दौरान उद्योगों को छोड़कर सभी प्रकार के प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। पहली से 8वीं जिले के सभी स्कूल 31 दिसंबर 2020 बंद रहेंगे।


आदेश में ये तीन बिंदू शामिल...




  • इंदौर नगर निगम सीमा में रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक दुकानें और अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। जरूरी होने पर ही लोग घरों से बाहर निकलें। प्रतिबंध उद्योगों पर लागू नहीं रहेगा।

  • मास्क पहनना अनिवार्य है, ऐसा नहीं करने पर जुर्माना देना होगा। इसके अलावा वैधानिक कार्रवाई भी की जा सकती है।

  • पहली से 8वीं जिले के सभी स्कूल 31 दिसंबर 2020 बंद रहेंगे। 9वीं से 12 तक के छात्र शिक्षा विभाग की गाइड लाइन के अनुसार स्कूल जा सकेंगे।



56 दुकान रात 9 बजे बंद, बिना मास्क नो एंट्री
संक्रमण को देखते हुए 56 दुकान व्यापारी एसोसिएशन ने फैसला लिया है कि अब वे रात 11 के बजाय 9 बजे ही दुकानें बंद कर देंगे। साथ ही बगैर मास्क के किसी को प्रवेश भी नहीं देंगे। 56 दुकान व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष गुंजन शर्मा के मुताबिक, शहर में अचानक कोरोना संक्रमण फैल रहा है। ऐसे में हमें खुद ही सावधानी रखनी होगी। इसी कड़ी में अब रात 9 बजे बाद दुकानें नहीं खुलेंगी। हालांकि सुबह दुकानें 7 बजे ही खुल जाएंगी। इसके अलावा किसी भी व्यक्ति को बिना मास्क लगाए बाजार में नहीं आने दिया जाएगा। 56 पर खड़े रहने के दौरान भी पूरे समय मास्क लगाना होगा। केवल खाने के दौरान ही मास्क हटा सकेंगे। इसके पहले भी 56 दुकान के व्यापारियों ने खुद ही अपनी दुकानों को बंद करने का निर्णय लिया था।


शादियों की ढाई हजार बुकिंग, इसे लेकर अभी निर्णय नहीं
रात का कर्फ्यू लागू होने से शादी वाले परिवारों के साथ होटल व मैरिज गार्डन वाले भी असमंजस में हैं। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुमित सूरी के मुताबिक, इस सीजन में ढाई हजार से अधिक शादियां हैं और सारे मैरिज गार्डन बुक हैं। अगर रात का कर्फ्यू रहेगा तो शादियों के आयोजन किस तरह होंगे, उनमें कितने लोगों की अनुमति रहेगी, जैसे बिंदुओं को लेकर एसोसिएशन के पदाधिकारी कलेक्टर से मुलाकात करेंगे।


शादी वालों की बढ़ी परेशानी
कोरोना के बढ़ते प्रभाव और लॉकडाउन, रात के कर्फ्यू की आशंका के बीच सबसे ज्यादा चिंता में वे दो हजार परिवार हैं, जिनके यहां देवउठनी एकादशी (25 नवंबर) और 29 नवंबर को शादियां हैं। आठ महीने के इंतजार के बाद अब जब सब कुछ ठीक होने जा रहा था, ऐसे में बढ़े हुए केस और सरकार-प्रशासन के माथे पर बढ़ी चिंता की लकीरों ने ऐसे परिवारों की धड़कनें बढ़ा दी हैं। गुमाश्ता नगर निवासी अग्रवाल परिवार इसी से चिंतित है। गिरधर अग्रवाल का कहना है इतना इंतजार किया कि अब सब कुछ ठीक होगा, वैसे भी कम लोगों के साथ ही शादी करने जा रहे थे, लेकिन अब यदि रात का कर्फ्यू लगा तो परेशानी बढ़ जाएगी। सब कुछ दिन में ही या शाम तक ही करना होगा। 


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